कोरोना (Corona Virus) के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन (Lock Down) ने अगर समस्या बढ़ाया है तो इसी लॉकडाउन के हर पहलू को यादगार भी बनाया जा रहा है। 27 अप्रैल को इसकी बानगी गिरिडीह शहर से पास सिहोडीह-सिरसिया में देखने को मिली। सिहोडीह-सिरसिया निवासी वासुदेव वर्मा के घर नाती का जन्म हुआ तो ननिहाल में नवजात का नामकरण ‘लॉकडाउन’ कर दिया गया।
नाना-नानी द्वारा नवजात नाती का नाम ‘लॉकडाउन’ किए जाने के बाद अब हर कोई उसे लॉकडाउन के नाम से ही पुकारता है। फिलहाल नवजात और उसकी मां अनुराधा वर्मा दोनों बिल्कुल स्वस्थ है। नाना-नानी द्वारा बेटे का नाम लॉकडाउन किए जाने से अब ना तो बेटी अनुराधा को कोई एतराज है और ना ही दामाद पिंकू वर्मा को। यहां तक कि नवजात के दादा-दादी भी पोते के नाम से उत्साहित है।
जानकारी के अनुसार, सदर प्रखंड के चैताडीह स्थित एसएनसीयू मातृत्व शिशु स्वास्थ इकाई में बीते 25 अप्रैल को वासुदेव वर्मा की छोटी बेटी अनुराधा वर्मा ने बेटे को जन्म दिया। नवजात के जन्म पर ही एसएनसीयू की नर्सो ने खुशी जाहिर करते हुए अनुराधा के पति पिंकू वर्मा और वासुदेव से कहा कि उनकी बेटी को ‘लॉकडाउन’ अर्थात लड़का हुआ है।
नर्सों के यह कहने के बाद ही नाना वासुदेव वर्मा और अनुराधा के पति ने भी नवजात को प्यार से ‘लॉकडाउन’ बुलाया। बतातें चले कि सिहोडीह-सिरसिया निवासी वासुदेव वर्मा हर रोज इलाके में न्यूज पेपर वितरण का काम करते है। इस दौरान कई ग्राहकों को जब जानकारी मिली कि वासुदेव वर्मा को नाती हुआ है तो नवजात का नाम पूछा। इसपर वासुदेव ने बच्चे का नाम ‘लॉकडाउन’ ही बताया। अनुराधा का ससुराल डुमरी प्रखंड के नईटांड गांव में है। अनुराधा के पति पिंकू वर्मा बेटा होने से अधिक उसका नाम ‘लॉकडाउन’ होने पर उत्साहित है।
फिलहाल, पिंकू वर्मा एसएससी की तैयारी कर रहे हैं। पूछे जाने पर अनुराधा और उनके पति पिंकू ने कहा कि बेटे का बिल्कुल अलग नाम होने से उसके दादा-दादी भी खुश है। लिहाजा, अब उनके बेटे का निक नेम ‘लॉकडाउन’ यानि, पूर्ण तालाबंदी ही रहेगा। पूछने पर नवजात शिशु के माता-पिता ने भी बताया कि जन्म लेने पर जो कार्ड एसएनसीयू से दिया जाता है, उसमें भी यही नाम दर्ज किया जाएगा।