झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghubar Das) ने नक्सलियों (Naxals) को कड़ी चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, ‘समय देता हूं, सरेंडर कर दो, नहीं तो पाताल से ढूंढ़कर मारेंगे।’ ‘जोहार जन आशीर्वाद’ यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री ने 3 अक्टूबर को सिमडेगा और गुमला में जनसभाओं को संबोधित किया। इसी दौरान उन्होंने उग्रवादियों को मुख्यधारा में लौटने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि राज्य में अंतिम सांस ले रहे उग्रवादी आत्मसमर्पण करें और मुख्यधारा से जुड़ें।
मुख्यमंत्री दास ने चुनाव प्रचार के लिए शुरू की गयी अपनी ‘जोहार जन आशीर्वाद’ यात्रा में यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ”हमें भयमुक्त झारखण्ड बनाना है। इस कार्य में जो बाधक होगा, उससे सख्ती से निपटा जाएगा। उग्रवादी राज्य के विकास कार्य के बाधक हैं। वर्तमान सरकार ने 5 वर्ष के कार्यकाल में उग्रवादियों की कमर तोड़ने का कार्य किया है, इस बात का अनुमान आपको भी होगा।” दास ने कहा कि गुमला और सिमडेगा में राष्ट्रविरोधी शक्तियां सक्रिय हैं।
ये शक्तियां नहीं चाहतीं कि आदिवासियों का विकास हो। इनका काम आपको गुमराह करना है। ये कहते हैं कि भाजपा की सरकार आपकी जमीन छीन लेगी, लेकिन 5 वर्ष के कार्यकाल में वर्तमान सरकार ने किसी की जमीन नहीं छीनी। उन्होंने कहा कि हम तो विकास के पक्षधर हैं और रहेंगे। उन्होंने लोगों से कहा, ”आपने एक मजदूर को राज्य का मुखिया बनाया। तब से लेकर अब तक यह मजदूर राज्य की जनता के कल्याण में जुटा है। बस उन कार्यों का लेखा-जोखा आपके समक्ष रखने आया हूं, क्योंकि लोकतंत्र में आप ही सर्वोपरि हैं।”
वर्तमान सरकार ने घर-घर बिजली, हर घर एलपीजी, स्वास्थ्य की सुविधा, सड़क, मुफ्त आवास समेत अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुमला और सिमडेगा में गरीबी है, विकास से यह अछूता है। यही वजह रही कि वर्तमान सरकार ने अतिरिक्त बजट का प्रवधान करते हुए सिमडेगा के विकास के लिए 50 करोड़ रुपये दिए।
पढ़ें: भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध होने पर 12.5 करोड़ लोगों के मरने की आशंका