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ऑपरेशन ऑलआउट: आतंकी मूसा का पूरा गैंग खत्म, अब बाकियों की बारी

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के ऑपरेशन ऑलआउट के तहत सैन्य बल आतंकियों का सफाया करने में जुटे हैं। 3 साल में छह सौ से ज्यादा आतंकी मारे जा चुके हैं। जाकिर मूसा के मारे जाने के बाद अलकायदा से जुड़े संगठन अंसार गजवत उल हिंद की कमान संभालने वाले आतंकी हामिद मल्हारी उर्फ लोन का नाम भी इस लिस्ट में जुड़ गया है। अवंतीपुरा में हुए एनकाउंटर में तीन सुरक्षा बलों ने 3 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया जिसमें हामिद मल्हारी भी शामिल है। ऑपरेशन ऑल आउट के तहत सेना के रणनीति है कि आतंकी कमांडर चुने जाने या चर्चा में आते ही जल्द से जल्द टॉप आतंकियों को खत्म कर दिया जाए।

 
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के डीजीपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर आतंकी गतिविधियों को कुचलने के लिए उठाए जा रहे कदम और मौजूदा हालात पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि त्राल के राजपुरा में हुए एनकाउंटर में गजवत उल हिंद के तीन आतंकवादियों को मारे जाने के साथ ही इस आतंकी संगठन का खात्मा कर दिया गया है। साथ ही डीजीपी ने कहा है कि उग्रवाद पर नकेल कसे जाने से पाकिस्तान बौखला गया है और सीजफायर उल्लंघन की आड़ में घुसपैठिए भेजने की कोशिश कर रहा है। 
 
जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के डीजीपी ने बताया कि मंगलवार देर रात लाल के राजपुरा में मारे गए तीनों लोकल मिलिटेंट अंसार गजवत उल हिंद का हिस्सा थे। जाकिर मूसा के मारे जाने के बाद ग्रुप की कमांड हमीद मल्हारी को दी गई। मल्हारी तब से इसे चला रहा था और दूसरों को मोटिवेट किया था। उन्होंने बताया कि मूसा के बाद यह ग्रुप खत्म हो रहा था लेकिन मल्हारी ने युवाओं को मोटिवेट करके इसमें शामिल किया। इसी तरह मारे गए आतंकी नवीन और जुनैद इसमें शामिल हुए। तीनों अवंतीपुरा, पुलवामा के रहने वाले थे।

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जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के डीजीपी ने दावा किया है कि गजवत उल हिन्द फिलहाल खत्म हो गया है। हालांकि उन्होंने कहा कि पहले से मौजूद उसका कोई समर्थक अगर उभर आता है तो उसके बारे में कुछ कहना मुश्किल है लेकिन फिलहाल इसका खात्मा कर दिया गया है जो आतंकी मारे गए हैं वे बहुत सारी घटनाओं में शामिल थे। इन से बड़ी मात्रा में असलहा पकड़ा गया है, जिसमें तीन AK 47-46 शामिल है। उन्होंने बताया कि जैश हर ग्रुप के साथ हुआ डिलीट कर रहा है। जैश की कोशिश है कि पाक के इशारे पर यहां दहशतगर्दी को बढ़ावा दे।
 
डीजीपी ने बताया कि पाकिस्तान सीजफायर उल्लंघन के जरिए आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें कर रहा है लेकिन उसे बराबर नाकाम भी किया जा रहा है। हालांकि काफी घुसपैठिए भारत में दाखिल होने में कामयाब भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे घुसपैठिए आते रहते हैं उनका सफाया भी जारी रहता है। उन्होंने दावा किया कि इस ग्रुप के मारे जाने से आतंक का सफाया होगा और लोग जिस डर के साए में रहते थे उसमें फर्क आएगा।
 
डी जी पी सिंह ने खुशी जताई है कि आर्टिकल 370 हटने के बाद से मिलिटेंसी बढ़ने में कमी आई है। उन्होंने कहा 5 अगस्त के बाद जो हालात बने उसके चलते लोगों में शक था कि बहुत बड़ी तादाद में लोकल बच्चे मिलिटेंसी की ओर बढ़ेंगे, लेकिन खुशी की बात यह है कि जो रफ्तार पहले मिलिटेंसी की ओर बढ़ने की होती थी, उससे बहुत कम लोगों ने इस अरसे में मिलिटेंसी की ओर रुख किया है। डीजीपी ने दावा किया कि सिर्फ पांच छह बच्चे ही मिसिंग हैं और जरूरी नहीं कि वह मिलिटेंसी में ही शामिल हुए हों।