पुलवामा हमले (Pulwama Attack) की दूसरी बरसी के अवसर पर पूरे देश ने शहीदों को याद किया। नेताओं और कई संगठनों ने देश की रक्षा का संकल्प लिया और हमले में शहीद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस खास मौके पर सीआरपीएफ ने भी एक बार संकल्प लिया कि देश उस आत्मघाती हमले के लिये जिम्मेदार आतंकियों को मांफ नहीं करेगा और ना ही अपने जवानों के सर्वोच्च बलिदान को भूलेगा।
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पुलवामा हमले (Pulwama Attack) की दूसरी बरसी के अवसर पर जम्मू-कश्मीर के लेथपुरा में सीआरपीएफ (CRPF) के कैंप में एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम रखा गया था। जिसमें दिल्ली में सीआरपीएफ हेडक्वार्टर से डिजिटल माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
सीआरपीएफ (CRPF) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से देश के दुश्मनों को एक कड़ा संदेश देते हुये कहा कि, ‘न माफ करेंगे, न भूलेंगे’। पुलवामा हमले में राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले हमारे भाइयों को सलाम। उनके आभारी हैं। हम अपने वीर जवानों के परिवारों के साथ खड़े हैं।
सीआरपीएफ (CRPF) के प्रवक्ता उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) मोजेज दिनाकरण ने अनुसार, ‘वीरता हमें विरासत में मिली है, जो हमारी रगों में खून की तरह दौड़ती है।’ वहीं इस मौके पर सीआरपीएफ के महानिदेशन एपी माहेरी ने इस हमले में शहीद हुये 40 जवानों को समर्पित एक वीडियो पुस्तक का विमोचन किया। जिसके बारे में जानकारी देते हुये प्रवक्ता ने बताया कि इस वीडियो पुस्तक में 80 कड़ियों और 300 मिनट की विषयवस्तु है। पुस्तक की एक-एक प्रति पुलवामा आत्मघाती बम हमले (Pulwama Attack) में जान गंवाने वाले जवानों के परिवारों को भी भेजी जाएगी।’