पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) की मदद से कश्मीर घाटी में लश्कर‚ हिजबुल और जैश के आतंकी सहित कुछ तालिबानी आतंकी भी सक्रिय हो गए हैं। खुफिया सूत्रों के अनुसार त्राल में आतंकी हमले की साजिश रची जा रही है।
पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के इशारे पर दिल्ली‚ पंजाब‚ राजस्थान‚ महाराष्ट्र‚ गुजरात और जम्मू–कश्मीर को आतंकियों ने अपने सुपर टारगेट पर रखा है। लश्कर के कमांड़र वासिम आह उर्फ ओसामा और जीनतउल इस्लाम उर्फ अलकामा के नेतृत्व में आईएसआई (ISI) के इशारे पर कुछ तालिबानी आतंकी सहित त्राल में कुछ दिन पूर्व बैठक हुई‚ जिसमें 26 जनवरी और उसके बाद भी आतंकी हमले को अंजाम देने की साजिश रची गई।
आतंकियों के मारे जाने से बौखलाई आईएसआई
खुफिया सूत्रों के अनुसार सुरक्षा एजेंसी की सतर्कता के कारण अब तक लगातार मारे जा रहे आतंकियों के कारण आईएसआई (ISI) बौखला गई है। लिहाजा गत माह अपने कश्मीर स्थित आतंकी गुर्गों को सक्रिय कर दिया है। खुफिया सूत्र बताते हैं कि फिलहाल कम से कम 150 से अधिक आतंकी सक्रिय हैं‚ जिसमें 70-80 के लगभग आतंकी स्थानीय हैं और 30-35 विदेशी आतंकी हैं। इसमें तालिबानी और अफगानी आतंकी हैं। खुफिया विभाग ने सुरक्षा एजेंसियों को चेताते हुए कहा है कि इसमें कुछ महिला आतंकी भी सक्रिय हो गई हैं। खुफिया सूत्रों के अनुसार कश्मीर के त्राल और आसपास इलाके में 60 से भी अधिक आतंकी छुपे हुए हैं।
मार्च तक आतंकी हमलों की फिराक में आतंकी
खुफिया सूत्रों के अनुसार खुफिया विभाग ने दस दिन पूर्व पीओके के लांचिंग पैड़ से जो बातें रिकॉर्ड़ की हैं‚ उसमें ये लोग आपस में पस्तो भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। इसमें कहा गया था कि मार्च तक कई आतंकी हमले को अंजाम देना है।
आतंकियों के संपर्क में हिजबुल चीफ सलाउद्दीन
खुफिया सूत्रों के अनुसार हिजबुल चीफ सैयद सलाउद्दीन इन आतंकियों से संपर्क में है। एयर स्ट्राइक के बाद पीओके में जो लांचिंग पैड़ खत्म हो चुके थे‚ वहां दोबारा आईएसआई (ISI) ने 30 से 35 नए लांचिंग पैड़ बनाए हैं‚ जहां पर जैश‚ हिजबुल‚ लश्कर और अफगानी आतंकी घुसपैठ कर बैठे हुए हैं।
इतिहास में आज का दिन – 20 जनवरी
26 जनवरी के आसपास दिल्ली‚ पंजाब‚ महाराष्ट्र‚ राजस्थान‚ गुजरात‚ जम्मू–कश्मीर में आतंकी हमला हो सकता है और आम जनता को भी टारगेट किया जा सकता है। खुफिया विभाग ने इस बावत सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने को कहा है। यह बात दीगर है कि सरकार के आतंकी मुद्दे पर जीरो टॉलरेंस नीति के कारण सुरक्षाबलों द्वारा लगातार आतंकवादियों से बिल से निकलने को मजबूर किया जा रहा है और उन्हें ढ़ेर किया जा रहा है। लिहाजा कई नए आतंकी हमला करने से कतरा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इन आतंकी संगठनों ने अन्य राज्य में अपने स्लीपर सेल के साथियों को भी सक्रिय हो जाने को कहा है।