ईरान (Iran) ने 8 जनवरी की सुबह इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य कैंपों पर दर्जनों मिलाइलें दागी हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन का कहना है कि इराक में अमेरिकी सेना के कम-से-कम दो ठिकानों पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइल हमले हुए हैं। ईरान (Iran) की सरकारी मीडिया का कहना है कि ये हमले जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए किए गए हैं जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर बगदाद में एक ड्रोन हमले में मार डाला गया था।
ईरान (Iran) ने 8 जनवरी की सुबह इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य कैंपों पर दर्जनों मिलाइलें दागी हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन का कहना है कि इराक में अमेरिकी सेना के कम-से-कम दो ठिकानों पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइल हमले हुए हैं। ईरान (Iran) की सरकारी मीडिया का कहना है कि ये हमले जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए किए गए हैं जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के आदेश पर बगदाद में एक ड्रोन हमले में मार डाला गया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक ट्वीट करते हुए कहा है कि सबकुछ ठीक है। ट्रंप ने इस ट्वीट में कहा, “सब ठीक है, ईरान ने इराक में दो सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं। हताहत और नुकसान की समीक्षा की जा रही है। अभी तक सब अच्छा है और वो 8 जनवरी को एक बयान जारी करेंगे। हमारे पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना है। मैं सुबह एक बयान जारी करुंगा।” वहीं, ईरान (Iran) के विदेश मंत्री जव्वाद जरीफ ने कहा है उन्होंने यह हमला आत्मरक्षा में किया है। शीर्ष ईरानी सैन्य जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद अमेरिका और ईरान (Iran) के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है और खाड़ी क्षेत्र पर युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं।
जनरल कासिम सुलेमानी की एक अमेरिकी हवाई हमले में मौत हो गई थी। जिसके बाद ईरान (Iran) में अमेरिका से बदला लेने की मांग तेज हो रही है। इन्हीं मांगों के बीच ईरान (Iran) ने इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य कैंपों पर दर्जनों मिलाइस दागी। बता दें, ये मिसाइलें अमेरिकी कैंप अल-असद और इरबिल पर दागी गई हैं। हालांकि इन हमलों में किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है।
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