CRPF ने देश ही नहीं बल्कि देश के बाहर भी संयुक्त राष्ट्र के अभियानों में अहम भूमिका अदा की है। बल की महिला कर्मियों ने भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) आज अपनी 82वीं सालगिरह मना रहा है। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने इस मौके पर सीआरपीएफ की परेड में हिस्सा लिया। इस अवसर पर सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने कहा कि आज इस बल में 247 बटालियन हैं और 3,25,000 की संख्या बल के साथ सीआरपीएफ विश्व का विशालतम अर्द्धसैनिक बल है।
उन्होंने कहा कि देश में जहां कहीं भी कानून व्यवस्था की समस्या होती है, चुनाव या अन्य किसी भी प्रकार की ड्यूटी में जब केंद्रीय सुरक्षाबलों की जरूरत पड़ती है तो राज्य सरकारें सबसे पहले सीआरपीएफ की मांग करती हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी की घटनाएं कम हुईं हैं। पहले की तुलना में अब पत्थरबाजी की घटनाएं 10 प्रतिशत ही रह गई हैं। 2020 में 215 और इस वर्ष (2021) में अब तक 11 आतंकवादियों को मारा जा चुका है। वहीं, नक्सल प्रभावित इलाकों में CRPF की कोबरा बटालियन ने बड़ी जिम्मेदारी संभाल रखी है तो CRPF की रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) दंगे रोकने और बाढ़ या भूकंप जैसी आपदा की स्थितियों में मोर्चा संभालती है।
CRPF के लिए बेहद खास है आज का दिन, गुरुग्राम में मनाई जा रही 82वीं सालगिरह
डीजी ने कहा कि CRPF ने देश ही नहीं बल्कि देश के बाहर भी संयुक्त राष्ट्र के अभियानों में अहम भूमिका अदा की है। बल की महिला कर्मियों ने भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। आज CRPF की 6 महिला बटालियनें देश के विभिन्न भागों में सेवाएं दे रही हैं। ‘CRPF मददगार’ के माध्यम से बल आम लोगों की हर संभव मदद के लिए तत्पर रहता है।
ये भी देखें-
वहीं, इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि मैं सीआरपीएफ के बहादुर अधिकारियों और जवानों को शुभकामनाएं देता हूं। देश जनता है कि आपका बलिदान देश की एकता को मजबूती प्रदान करता है। मैं 2,200 से अधिक शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने देश की शान के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।