केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीनेशन (Vaccination) के प्लान की घोषणा कर दी है। वैक्सीन कब, किसे और कहां मिलेगी, यह सब बताने के लिए को-विन ऐप (Co-WIN App) डेवलप किया है। हालांकि ये अभी गूगल के प्लेस्टोर और एप्पल के ऐप स्टोर पर उपलब्ध नहीं है। सरकार जल्द ही इस ऐप के डाउनलोड प्रक्रिया के बारे में जानकारी साझा करेगी। इसका इस्तेमाल वैक्सीनेशन में किया जायेगा। सरकार का कहना है कि हर उस भारतीय को वैक्सीन लगायी जायेगी, जिसे लगानी जरूरी है, लेकिन सबको लगेगी या नहीं, इस पर सरकार के पास फिलहाल कोई जवाब नहीं है।
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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि केंद्र सरकार ने अगस्त में कोविड-19 के लिए वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन पर नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप बनाया था। इसने ही तय किया है कि कोविड-19 का वैक्सीनेशन (Vaccination) किस तरह आगे बढ़ेगा, वैक्सीन की खरीद प्रक्रिया क्या होगी, वैक्सीन का चुनाव कैसे होगा, वैक्सीन की डिलीवरी कैसे होगी और ट्रैकिंग मैकेनिज्म क्या होगा?
एनइजी वीएसी की सिफारिशों के आधार पर शुरुआती फेज में इन तीन ग्रुप्स को सबसे पहले वैक्सिनेट किया जायेगा। इसमें स्वास्थ्य से जुड़े काम करने वाले सभी कर्मचारी शामिल रहेंगे।
केंद्र और राज्यों की पुलिस, आर्म्ड फोर्सेज, होमगाड, सिविल डिफेंस और डिजास्टर मैनेजमेंट वॉलंटियर्स, म्युनिसिपल वर्कर्स भी शामिल रहेंगे। ऐसे लोग जिनकी उम्र 50 साल या उससे ज्यादा है उन्हें पहले टीका मिलेगा। साथ ही 50 वर्ष से कम उम्र के ऐसे लोग जो हाई-रिस्क कैटेगरी में आते हैं, यानी जिन्हें डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर या अन्य बीमारियां हैं उन्हें भी पहले वैक्सीन दी जायेगी। सरकार का कहना है कि देश में 2.39 लाख वैक्सीनेटर्स (ऑक्जिलरी नर्स मिडवाइफ- एएनएम) हैं। इनमें से 1.54 लाख एएनएम को कोविड-19 वैक्सिनेशन (Vaccination) किया जायेगा।