चीन के अनियंत्रित हुए सबसे बड़े रॉकेट ‘लॉन्ग मार्च’ (Long March 5B) का मलबा रविवार को पृथ्वी के वायुमंडल (Atmosphere) में प्रवेश कर गया। इसके ज्यादातर अवशेष जल गए और मालदीव के पास हिंद महासागर में गिर गए। देश की अंतरिक्ष एजेंसी ने रविवार को इसकी जानकारी देते हुए उन अटकलों को खत्म कर दिया कि इस रॉकेट का मलबा कब और कहां गिरेगा?
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चीन के ‘मैन्ड स्पेस इंजीनियरिंग’ कार्यालय ने बताया कि चीन के ‘लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट’ (Long March 5B) के अवशेष बीजिंग के समयानुसार सुबह 10 बजकर 24 मिनट पर पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश कर गए और वे 72.47 डिग्री पूर्वी देशांतर और 2.65 डिग्री उत्तरी अक्षांश में समुद्र के एक खुले क्षेत्र में गिरे।
अमेरिकी और यूरोपीय एजेंसियां इस अनियंत्रित रॉकेट (Long March 5B) के गिरने पर नजर रख रही थीं। अमेरिकी सेना के आंकड़ों का इस्तेमाल करने वाली निगरानी सेवा ‘स्पेस–ट्रैक’ ने भी रॉकेट के पृथ्वी की वायुमंडल में दोबारा प्रवेश की पुष्टि की।
‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने बताया कि ज्यादातर अवशेष पृथ्वी के वायुमंडल में रि-इन्टर के दौरान ही जल गए। चीन ने इस रॉकेट की मदद से अंतरिक्ष में बनाए जाने वाले अपने तियांगोंग स्पेस स्टेशन का पहला हिस्सा भेजा था।
गौरतलब है कि ये रॉकेट (Long March 5B) 29 अप्रैल को दक्षिणी द्वीपीय प्रांत हैनान स्थित वेंगचांग स्पेसक्राफ्ट लॉन्च साइट से लॉन्च किया गया था। ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ के अनुसार, वायुमंडल में रि-इन्टर के समय रॉकेट का बहुत कम हिस्सा ही बचा और ज्यादातर हिस्सा जल गया।
नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने बयान जारी कर कहा‚ यह साफ है कि चीन अंतरिक्ष के मलबे के संबंध में जिम्मेदार मानकों को पूरा करने में नाकाम रहा है।