छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के जगरगुंडा इलाके में नक्सलियों ने एक बार फिर एक बड़ी हिंसक घटना को अंजाम दिया है। नक्सलियों ने यहां एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया। मृतक का नाम सुदाम हुंगा है। नक्सलियों ने उसे एक हफ्ते पहले अगवा किया था। 11 नवंबर की सुबह उसका शव सड़क पर पड़ा मिला।
नक्सलियों को सुदाम हुंगा के पुलिस का मुखबीर होने का शक था। हत्या के बाद नक्सलियों ने घटना स्थल पर धमकी भरे पर्चे फेंके और वहां से फरार हो गए। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा पुलिस अधीक्षक सलभ कुमार सिन्हा ने घटना की पुष्टि की है। घटना स्थल पर जांच के लिए पुलिस टीम और फोर्स को रवाना किया गया। जानकारी के मुताबिक, नक्सली एक हफ्ते पहले जगरगुंडा इलाके के कामापारा पहुंचे और सुदाम हुंगा के घर में घुस कर उसे अपने साथ चलने को कहा।
पटेल के नाम से जाने-जाने वाला यह व्यक्ति गांव के धर्म स्थल पर पुजारी का काम करता था। नक्सली उसे अपने साथ ले गए थे। 11 नवंबर की सुबह उसका शव गांव से कुछ दूर सड़क पर पड़ा मिला। नक्सलियों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी। रात को ही नक्सली गांव मेटागुड़ा गांव के पास बीच सड़क में पटेल की लाश के साथ धमकी भरे पर्चे फेंक कर चले गए थे।
नक्सलियों को शक था कि गांव का पुजारी गोपनीय सैनिक के तौर पर पुलिस के लिए काम करता है। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में इस तरह निर्दोष ग्रामीणों पर पुलिस के लिए मुखबिरी करने का इल्जाम लगाकर उनकी हत्या कर नक्सली लगातार खौफ कायम करने का प्रयास करते रहते हैं। आए दिन नक्सली ग्रामीणों को पुलिस समर्थक कहकर अगवा करते हैं और फिर उनकी हत्या कर देते हैं।
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