बिहार में दो कुख्यात नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। 12 अगस्त को पटना में पुलिस मुख्यालय पहुंचकर खूंखार नक्सलियों अमरनाथ साहनी और राकेश साहनी ने हथियारों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों नक्सली बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले हैं। अमरनाथ साहनी 50 हजार रुपए का इनामी नक्सली है। उसने उत्तर बिहार के कई जिलों में पिछले कुछ सालों से आतंक मचा रखा था। पुलिस के मुताबिक, अमरनाथ साहनी जोनल कमांडर था।
दोनों नक्सलियों ने सरेंडर करने के साथ ही उनके पास मौजूद हथियार, एक कार्बाइन, दो पिस्तौल, एक मैगजीन और 19 कारतूस भी पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मुख्यालय एडीजी जितेंद्र कुमार के अनुसार, अमरनाथ साहनी का नाम वैशाली में हुए 2 किसानों, रमेश झा और रंजीत कुमार सिंह की हत्या के मामले में सामने आया था। एडीजी ने बताया कि बिहार पुलिस को अमरनाथ साहनी की तलाश पिछले 5 सालों से थी। पुलिस के मुताबिक कुख्यात नक्सली अमरनाथ साहनी पिछले 15 सालों से वैशाली समेत उत्तर बिहार का आंतक बना हुआ था।
नक्सली अमरनाथ साहनी के विरुद्ध सिर्फ जंदाहा थाना में 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं, वहीं पातेपुर में दो, महनार में दो, बिदुपुर में एक एवं समस्तीपुर के ताजपुर में 2 आपराधिक मामला दर्ज है। पुलिस ने नक्सली अमरनाथ साहनी के बेटे हेमंत साहनी उर्फ हिटलर सहित उनके कई सहयोगियों को भी विभिन्न स्थानों से कई हथियार एवं गोली के साथ गिरफ्तार करने में सफलता पाई थी। सरेंडर करने वाले दोनों नक्सलियों ने राज्य सरकार की वामपंथी उग्रवादियों के समर्पण से जुड़ी पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर सरेंडर किया है। जिसके तहत इन्हें मुख्यधारा में जुड़कर अपना जीवन चलाने के लिए सहायता राशि और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।
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