बिहार (Bihar) में पुलिस का नक्सलियों के खिलाफ अभियान जोरों पर है। पुलिस नक्सलवाद के खात्मे के लिए कटिबद्ध है। नक्सलियों की धर-पकड़ के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में गया जिले से पुलिस ने एक नक्सली को गिरफ्तार कर लिया। जिले के गुरुआ थाना क्षेत्र के नदौरा पंचायत के महादेव स्थान गांव के रहने वाला नामजद नक्सली छोटू भुईंया पुलिस से छिपकर अंडे की दुकान चला अपने परिवार की जीविका चला रहा था।
19 नवंबर की रात बिहार (Bihar) एसटीएफ की टीम ने सादे लिबास में पहुंचकर पहले काफी देर तक उसकी दुकान पर रुककर अंडा खाया। उसके बाद बातचीत के दौरान उससे पहले नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सक्रिय सदस्य होने की जानकारी निकलवाई। फिर उसे हिरासत में लेकर औरंगाबाद के खुदवां थाना ले जाया गया। थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार विश्वकर्मा के मुताबिक, छोटू भुईंया पहले प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के सक्रिय सदस्य के रूप में काम करता था। औरंगाबाद जिले के खुदवां थाना में नक्सली घटना में वह नामजद अभियुक्त था।
इससे पहले, बिहार (Bihar) की एसएसबी 29 वीं वाहिनी एवं गया जिला की कोंच-थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में नक्सलियों के खिलाफ सफलता हाथ लगी। सुरक्षाबलों द्वारा 18 नवंबर की रात एक हार्डकोर नक्सली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार नक्सली बीरा दास बिहार (Bihar) के औरंगाबाद जिला के अंबा थाना क्षेत्र के कमला चक गांव का रहने वाला है। जिसके ऊपर कांड संख्या 41/18 दर्ज है। 6 फरवरी, 2018 को एसएसबी एवं पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर थाना क्षेत्र के मनियार बिगहा के विद्यानंद महतो के खेत से छुपा कर रखे गए 4002 जिंदा कारतूस को पुलिस ने बरामद किया था।
इस मामले की जांच में नक्सली बीरा दास का नाम सामने आया। इसके बाद से बीरा दास फरार चल रहा था। 18 नवंबर की रात को एसएसबी को सूचना मिली थी कि फरार नक्सली अपने घर आया हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर हार्डकोर नक्सली बीरा दास को उसके घर कमला चक गांव से गिरफ्तार कर लिया। प्रभारी थानाध्यक्ष सुनील कुमार के अनुसार, गिरफ्तार नक्सली पहले भी बिहार (Bihar) के औरंगाबाद जिले के दाउदनगर एवं कसमा थाना क्षेत्र के नक्सली कांड में जेल जा चुका है। अभी भी नक्सलियों के लिए काम कर रहा था।
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