सुरक्षाबलों ने 8 अक्टूबर को एक बड़े आतंकी हमले को नाकाम कर दिया। एक सैन्य ऑपरेशन में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) के हार्डकोर उग्रवादी को गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से 10 किलो विस्फोटक बरामद किया गया है। इसी के साथ असम के तिनसुकिया में सैन्य बलों ने एक बड़े आतंकी हमले की योजना को विफल कर दिया।
जानकारी के अनुसार, खुफिया इनपुट मिलने के बाद सेना और तिनसुकिया पुलिस ने चिक्राजन में हर जगह गाड़ियों की सघन चेकिंग शुरू की। चेक प्वाइंट्स पर कई मोबाइल वैन तैनात की गईं। इस दौरान सैन्य बलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। सेना और पुलिस की संयुक्त टीम ने इस चेकिंग में ULFA के आतंकी स्वयंभू सार्जेंट सब्दो असोम उर्फ जोनकी बोरा को गिरफ्तार कर लिया। इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने काफी मात्रा में विस्फोटक, हथियार, डेटोनेटर और रिमोट कंट्रोल बरामद किए।
विस्फोटक के बारे में बताया जा रहा है कि यह बेहद खतरनाक और जानलेवा केमिकल टीएटी है। बरामद विस्फोटक की मात्रा 10 किलो बताई जा रही है। सेना के एक अधिकारी के अनुसार, उल्फा-आई की तरफ से प्रदेश में किसी बड़े हमले का इंटेलिजेंस इनपुट काफी दिनों से मिल रहा था। इनपुट में कहा गया था कि ULFA के आतंकी ऊपरी असम में सेना पर बड़ा हमला करने की फिराक में हैं। इस हमले के पीछे उनका मकसद जवानों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही फिर से अपना दबदबा कायम करना था।
हालांकि उल्फा उग्रवादी बोरा की गिरफ्तारी से आतंकियों के नापाक मंसूबे नाकाम हो गए और इसी के साथ सेना ने एक बड़े हमले की योजना को विफल कर दिया। भारतीय सेना ऊपरी असम में कई दिनों से उल्फा-आई के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है। इतनी बड़ी मात्रा में हथियारों और विस्फोटकों की बरामदगी और हार्डकोर उग्रवादी की गिरफ्तारी उल्फा की कमर तोड़ने में काफी मददगार साबित हो सकती है। सैन्य ऑपरेशन ने उग्रवादियों की नाक में दम कर रखा है।