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गिरफ्तार आतंकियों का कबूलनामा: डी कंपनी और ISI ने बनाई थी सीरियल ब्लास्ट की योजना, पाकिस्तान में मिली ट्रेनिंग

देशभर में त्योहारों के दौरान आतंकी हमलों के फिराक में जुटे आईएसआई समर्थक आतंकियों (Terrorists) की साजिश कई जगह सीरियल ब्लास्ट की थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार यह साजिश अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहीम के भाई अनीस इब्राहीम की देखरेख में चलाई जा रही थी।

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देश विरोधी इस मुहिम में शामिल आतंकियों (Terrorists) की गिरफ्तारी के बाद इनकी मदद करने वाले स्लीपर सेल के सदस्य अंडरग्राउंड हो गए हैं। सुरक्षा एजेंसियां पकड़े गए आतंकियों से मिले इनपुट के आधार पर इन्हें पकड़ने और देशभर में खूनखराबा करने के प्रयास को नाकाम करने में जुट गई हैं।

इससे पहले गिरफ्तार आतंकियों (Terrorists) के खुलासे के आधार पर संबंधित राज्यों में जाल बिछाकर इनके संपर्कों को बेनकाब करने की योजना सुरक्षाबलों ने बनाई है। इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों ने संदिग्ध स्थानों पर अपना जाल बिछा दिया है‚ ताकि जल्द से जल्द इन आतंकियों पर काबू किया जा सके।

दिल्ली पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों को उन स्थलों पर भी ले जाया जाएगा‚ जहां पर उन्होंने सीरियल ब्लास्ट की साजिश रची थी। इस बीच स्पेशल सेल हुमैद तथा शाहरुख नामक शख्स की भी तलाश कर रही है‚ जो इस मॉड्यूल के सदस्य बताए जा रहे हैं।

पुलिस का कहना है कि ‘डी कंपनी’ के अनीस इब्राहिम से मुंबई का रहने वाला जान मोहम्मद पहले से परिचित था‚ क्योंकि अनीस के लिए काम करने वाले फहीम के लिए आतंकी जान मोहम्मद कुछ समय पहले तक काम करता था‚ लेकिन फहीम की मौत के बाद वह दाऊद के भाई अनीस के लिए काम करने लगा। उसने अनीस से कई बार इंटरनेट और वाट्सऐप कॉल करना स्वीकार किया है। जान मोहम्मद ने यह भी स्वीकार किया है कि उसने अपने फोन से डाटा डिलीट किया है‚ जबकि उसी के कहने पर देशभर में धमाके के लिए इस मॉड्यूल को स्थापित किया गया था।

इस बीच पूछताछ में आतंकी जीशान और ओसामा ने बताया कि उन्हें पाकिस्तान के कराची स्थित थट्टा टेरर कैंप में ट्रेनिंग दी गई थी। थट्टा वही शहर बताया जाता है‚ जहां 26/11 के आतंकी हमले के दोषी आतंकवादी अजमल कसाब को ट्रेनिंग दी गई थी।

आतंकियों (Terrorists) ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्हें पाकिस्तानी सेना के अफसरों ने प्रशिक्षण दिया था‚ जबकि थट्टा टेरर कैंप जैश–ए–मोहम्मद द्वारा संचालित किया जाता है और यह आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह मानी जाती है।

आतंकी ओसामा ने पूछताछ में बताया है कि वह इस वर्ष 22 अप्रैल को सलाम एयर की फ्लाइट में लखनऊ से मस्कट‚ ओमान के लिए रवाना हुआ था‚ जबकि मस्कट पहुंचने पर उसकी मुलाकात यूपी के प्रयागराज निवासी जीशान से हुई थी। इन दोनों को इसके बाद पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट पर ले जाया गया‚ जहां उन्हें पाकिस्तान का एक युवक मिला‚ जो उन्हें ट्रेंनिग स्थल तक ले गया था। उन्हें जब्बार और हमजा ने ट्रेनिंग दी‚ जो मिलिट्री यूनिफार्म में थे। आशंका है कि दोनों आईएसआई से जुड़े हुए थे।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि जीशान ने एमबीए किया हुआ है और दुबई में अकाउंटेंट के तौर पर काम कर चुका है। आमिर जावेद जीशान का रिश्तेदार है‚ जबकि आमिर सऊदी अरब के जेद्दा में कई साल काम कर चुका है। करीब ढाई साल पहले आमिर की शादी हुई थी। इस मॉड्यूल का मास्टर माइंड कहा जाने वाला जान मोहम्मद पेशे से चालक बताया जाता है‚ जबकि दबोचे गए मूलचंद उर्फ लाला के तार पहले से ही अंडरवर्ल्ड से जुड़े हुए थे। इन दिनों वह खेती करता था‚ जबकि अबू बकर भी पूर्व में जेद्दा में काम कर चुका है और कुछ साल पहले ही भारत आया था।