प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ‘ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की 351 किलोमीटर लंबी न्यू खुर्जा से न्यू भाउपुर खण्ड और केंद्रीय परिचालन नियंत्रण केंद्र, प्रयागराज का उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम ने देश की पूर्ववर्ती सरकारों पर रेलवे के आधुनिकीकरण की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुये कहा कि विकास को राजनीति से दूर रखना चाहिये। साथ ही पीएम ने इस फ्रेट कॉरिडोर परियोजना में टालमटोल करने और रेलवे के आधुनिकीकरण पर ध्यान नहीं देने का भी आरोप लगाया।
छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा में खूब दिख रहा है लोन वर्राटू अभियान का असर, 7 लाख के इनामी सहित 8 नक्सलियों ने किया सरेंडर
पीएम (PM Narendra Modi) ने राजनीतिक पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा ‘देश के मूलभूत ढांचे के विकास को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए। देश का इंफ्रास्ट्रक्चर किसी दल की विचारधारा का नहीं, देश के विकास का मार्ग होता है। यह 5 साल की राजनीति का नहीं, बल्कि आने वाली कई पीढ़ियों को फायदा पहुंचाने का मिशन है। राजनीतिक पार्टियों को यदि कॉम्प्टिशन करनी ही है तो इंफ्रास्ट्रक्चर की गुणवत्ता व गति और स्केल को लेकर करें।’
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने आगे कहा कि ‘डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर’ परियोजना को 2006 में मंजूरी दी गयी थी मगर 2014 तक 1 किलोमीटर भी मार्ग का निर्माण नहीं किया गया। 2014 में उनकी सरकार बनने के बाद इस परियोजना पर काम शुरू किया गया लेकिन तब तक इसका बजट 11 गुना बढ़ चुका था। 2014 के बाद इस परियोजना को तेजी से बढ़ाया गया। आगामी कुछ महीनों में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना पर 1100 किलोमीटर का काम पूरा हो जाएगा।
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) की अपील- सरकारी संपत्ति को ना पहुंचाएं नुकसान
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने विरोध प्रदर्शनों और आंदोलनों में देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों की चर्चा करते हुए कहा कि यह संपत्ति देश के नागरिकों, करदाता, समाज के हर वर्ग की है। इसलिए इस संपत्ति को होने वाला नुकसान देश के गरीब और सामान्य वर्ग का नुकसान है। अपना लोकतांत्रिक अधिकार जताते हुए राष्ट्रीय दायित्व को नहीं भूलना चाहिए।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हरी झण्डी दिखाकर खुर्जा व भाउपुर रेलवे स्टेशनों से मालगाड़ियों को रवाना भी किया। पीएम ने कहा कि यह दिन भारतीय रेल के गौरवशाली अतीत को 21वीं सदी में नयी पहचान दिलाने और भारत व भारतीय रेल का सामर्थ्य बढ़ाने वाला है। खुर्जा और भाउपुर से पहली मालगाड़ी के संचालन के साथ ही नये और आत्मनिर्भर भारत की गूंज और गर्जना सुनायी दी है।
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि केन्द्रीय परिचालन नियंत्रण केन्द्र, प्रयागराज भी नये भारत के नये सामर्थ्य का प्रतीक है। यह दुनिया का बेहतरीन और अत्याधुनिक रेल परिचालन केन्द्र है। गर्व की बात है कि इस केन्द्र की मैनेजमेंट और डाटा सम्बन्धी तकनीक भारत में ही तैयार की गयी है।पीएम के अनुसार, इन्फ्रास्ट्रक्चर किसी भी राष्ट्र की सामर्थ्य का सबसे बड़ा स्रोत है। इसमें भी कनेक्टिविटी राष्ट्र की नसें और नाड़ियां हैं। यह नसें जितनी मजबूत होंगी, राष्ट्र भी उतना ही सामर्थ्यवान होगा।
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) के मुताबिक, आज भारत विश्व की बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की राह पर अग्रसर है। ऐसे में बेहतरीन कनेक्टिविटी देश की प्राथमिकता है। इसी सोच के साथ विगत छह वर्षों में आधुनिक कनेक्टिविटी के हर पहलू पर ध्यान देकर कार्य किया गया है। इसलिए आर्थिक रफ्तार के जरूरी पांच पहियों, हाई-वे, रेलवे, एयर-वे, वाटर-वे एवं आई-वे को गति दी जा रही है।
गौरतलब है कि यूपी में ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के 351 किलोमीटर लंबे न्यू खुर्जा-न्यू भाऊपुर खंड को 5750 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। इसके बन जाने से कानपुर-दिल्ली मुख्य लाइन पर यातायात का दबाव कम होगा और यह रेलगाड़ियों की गति बढ़ाने में भी मददगार साबित होगा।