राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Doval) जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) से आर्टिकल 370 (Article 370) हटने के बाद दूसरी बार घाटी पहुंचे। डोभाल ने वहां सुरक्षा हालातों का जायजा लिया। इसके पहले अजीत डोभाल पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद लगातार 11 दिनों तक कश्मीर घाटी में रहे थे। एक बार फिर घाटी में सुरक्षा तैयारियों पर नजर रखने के लिए खुद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कश्मीर पहुंचे। अजीत डोभाल ने श्रीनगर में एक उच्च-स्तरीय बैठक की। बैठक में उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति और कश्मीर घाटी में आवश्यक सेवाओं और आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा की।
इसके अलावा उन्होंने सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि आतंकवाद निरोधक अभियान में तेजी लाएं। साथ ही उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि जम्मू-कश्मीर के नागरिकों को किसी भी तरह से जानमाल की क्षति नहीं पहुंचे। अधिकारियों के मुताबिक, 25 सितंबर को यहां एक दिन के दौरे पर पहुंचे डोभाल ने सुरक्षा अधिकारियों और नौकरशाहों के साथ कई बैठकें कीं जिस दौरान उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि आतंकवादी समूहों से बगैर डरे आम आदमी अपनी दिनचर्या का ठीक तरीके से पालन कर सके। NSA राज्य में दैनिक आधार पर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद की ओर से जम्मू एवं कश्मीर में संभावित खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने यह दौरा किया।
खुफिया एजेंसियों से मिली सूचना में बताया गया है कि नियंत्रण रेखा (LOC) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से 450 से 500 आतंकवादी राज्य में घुसने के लिए घात लगाए बैठे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जैश-ए-मुहम्मद की ओर से 30 भारतीय शहरों में हमलों के अलावा प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और एनएसए के लिए भी खतरा है। ऐसी परिस्थतियों के बीच एनएसए की सुरक्षा समीक्षा और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। जानकारी के मुताबिक, एनएसए ने सुरक्षा बलों द्वारा संभाली जा रही स्थिति पर संतोष जताया है। उन्होंने सुरक्षाबलों की ओर से आम आदमी की सुविधा के लिए हरसंभव प्रयास सुनिश्चित करने के लिए भी संतुष्टि जाहिर की है।