सूबे की मोदी सरकार भारत को दुनिया में ज्ञान का सुपरपावर बनाने की हर संभव कोशिश कर रही है। इसी के मद्देनजर कैबिनेट की बैठक के दौरान मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम अब शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नाम में बड़ा बदलाव हुआ है। कैबिनेट की बैठक में इसके नाम को बदलने की मंजूरी दे दी गई है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर नया नाम शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है। सरकार का मानना है कि इससे शिक्षा व्यवस्था में सुधार आएगा।
इससे पहले कई बदलाव किए जा चुके हैं, लेकिन उनसे शिक्षा व्यवस्था में कोई बड़ा अंतर नहीं आया। इस वजह से मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने बदलाव को लेकर प्रस्ताव भेजा था। कैबिनेट की बैठक के दौरान इसे मंजूरी दे दी गई।
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सूबे की मोदी सरकार भारत को दुनिया में ज्ञान का सुपरपावर बनाने की हर संभव कोशिश कर रही है। इसी के मद्देनजर कैबिनेट की बैठक के दौरान मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम अब शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया।
सरकार छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए ऐसे जरूरी कदम उठा रही है। उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा मंत्रालय ने अब एक ही रेगुलेटरी बॉडी नेशनल हायर एजुकेशन रेगुलेटरी अथॉरिटी (एनएचईआरए) या हायर एजुकेशन कमीशन ऑफ इंडिया का निर्धारण किया है।
1986 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का गठन किया गया, फिर 1992 में कुछ बदलाव भी किए गए। लेकिन उन बदलावों से शिक्षा व्यवस्था में कोई फर्क नहीं पड़ा। शिक्षा मंत्रालय प्राथमिक स्तर पर अलग-अलग भाषाओं के ज्ञान, 21वीं सदी के कौशल, कोर्स में खेल, कला और वातारण से जुड़े मुद्दे पाठ्यक्रम में जोड़ने की तैयारी भी कर रही है।
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