पाकिस्तान के आतंकी संगठन राजधानी दिल्ली में हमला करने की फिराक में हैं। खुफिया एजेंसियों को आतंकी मसूद अजहर के संगठन जैश-ए-मोहम्मद की साजिश से जुड़े इनपुट मिले हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर में जैश के चार से पांच आतंकी मौजूद हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और मार्केट जैसे भीड़ वाले इलाकों को निशाना बना सकते हैं।
खुफिया एजेंसियों की इस सूचना के बाद दिल्ली-एनसीआर में सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल 2 अक्टूबर की रात से छापेमारी कर रही है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है। इससे पहले अमेरिका के सहायक रक्षा मंत्री रैंडल शाइवर ने भारत को सतर्क किया था। उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 (Article 370) हटाने के बाद आतंकी भड़के हुए हैं। अगर पाकिस्तान आतंकी गुटों पर लगाम कसने में नाकाम रहा तो आतंकी भारत में हमला कर सकते हैं।
गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में मुताबिक, 3000 पाकिस्तानी नागरिकों को एलओसी में घुसपैठ को तैयार किया गया है। सर्दियां शुरू होने से पहले पाकिस्तान उन्हें एलओसी पार कराना चाहता है। आईबी (IB) के मुताबिक, एलओसी पर 32 पाकिस्तानी चौकियों पर आतंकी इकट्ठा हुए हैं। वे पाक सेना के संरक्षण में हैं और घुसपैठ करने की कोशिश में हैं। वहीं, पंजाब में ड्रोन से हथियार भेजने पर एजेंसियों ने बताया है कि ये हथियार गैंगस्टर्स को भेजे गए हैं। खालिस्तानी मूवमेंट के लोगों को पाक से फंडिंग की जा रही है।
अमृतसर एयरपोर्ट को सेना के हवाले कर दिया है। ड्रोन से हथियार भेजने की जांच एनआईए (NIA) को सौंपी गई है। उधर, NIA ने आतंकियों और अलगाववादियों को मिलने वाली आर्थिक मदद की जांच में पाकिस्तान की सीधी भूमिका का दावा किया है। NIA 4 अक्टूबर को तीसरी चार्जशीट दायर करने जा रही है। NIA के अधिकारियों के अनुसार, हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी, शब्बीर शाह, यासीन मलिक, असिया अंद्राबी और मसरत आलम को नई दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग से पैसे मिले हैं।