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हेमा के इनकार ने एक सुपरस्टार को बनाया शराबी, आजीवन रहा कुंवारा

हिंदी सिनेमा की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी (Hema Malini) ने सही मायने में एक सपना देखा और पूरा होने तक उसका पीछा किया। हेमा को उनकी पहली ही तमिल फिल्म में डायरेक्टर ने अचानक यह कहकर ड्रॉप कर दिया कि उनमें स्टार क्वालिटी नहीं है। फिर हेमा ने राज कपूर के साथ मिली अपनी पहली हिंदी फिल्म साइन की। उस वक्त महज अठारह साल की हेमा ने अपनी खूबसूरती, मोहक अदाओं और करिश्माई अंदाज से फिल्म के तमाम शौकीनों के दिलों को जीत लिया। ‘जॉनी मेरा नाम’ से लेकर ‘शोले’ तक, ‘मीरा’ से लेकर ‘बागबान’ तक उन्होंने कई तरह के किरदार निभाए, जो हिंदी सिने-इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित हैं।

मथुरा से सांसद हेमा मालिनी (Hema Malini) का जन्म 16 अक्टूबर 1948 को तमिलनाडू के अम्मनकुडी कस्बे में हुआ था। हेमा के पिता का नाम वीएसआर चक्रवर्ती और मां का नाम जया चक्रवर्ती था। हेमा की मां एक फिल्म डायरेक्टर थीं और यही कारण है कि हेमा का बचपन से ही फिल्मों में रुझान था। हेमा इतनी खूबसूरत थीं कि जब वो 12वीं में पढ़ रही थीं तभी 15 साल की उम्र में उन्हें फिल्मों के ऑफर आने शुरू हो गए थे। यही कारण है कि हेमा 12वीं के बाद की अपनी पढ़ाई को जारी नहीं रख सकीं। साल 1963 में हेमा ने तमिल फिल्म ‘इधु साथियम’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी।

साल 1968 में राजकपूर ने अपनी फिल्म ‘सपनों के सौदागर’ में हेमा को हिंदी फिल्मों में पहला ब्रेक दिया। हालांकि फिल्म बॉक्स-ऑफिस पर असफल साबित हुई लेकिन हेमा मालिनी (Hema Malini) को दर्शकों ने खूब पसंद किया। साल 1970 में आई फिल्म ‘जॉनी मेरा नाम’ से हेमा मालिनी (Hema Malini) को पहली सफलता हासिल हुई। इसमें उनके साथ सदाबहार एक्टर देवानंद लीड रोल में थे। फिल्म में हेमा और देवानंद की जोड़ी को लोगों ने खूब पसंद किया और ये फिल्म सुपरहिट साबित हुई। इसके बाद हेमा ने 1971 में अंदाज, 1972 में सीता और गीता, 1975 में शोले, संन्यासी, धर्मात्मा, खूशबू, और प्रतिज्ञा जैसी फिल्मों में काम किया। इन फिल्मों ने हेमा को बॉलीवुड की क्वीन बना दिया। लेकिन शोले में धर्मेंद्र के साथ हेमा की जोड़ी को लोगों ने खूब सराहा और यही कारण रहा कि दोनों ने इसके बाद चरस, आसपास, प्रतिज्ञा, रजिया सुल्तान, अली बाबा और चालीस चोर, बगावत, आतंक, द बर्निंग ट्रेन, और दोस्त आदि फिल्मों में एक साथ काम किया। हिंदी फिल्मी पटल पर हेमा के सौंदर्य का जलवा इस कदर चढ़ चुका था कि उसे हर डायरेक्टर भुनाना चाहता था और यही कारण था कि डायरेक्टर प्रमोद चक्रवर्ती ने उन्हें लेकर फिल्म ‘ड्रीम गर्ल’ का निर्माण तक कर दिया।

सत्तर और अस्सी के दशक में हेमा ने कई एक्टर्स के साथ काम किया लेकिन दर्शकों ने धर्मेंद्र के साथ उनकी जोड़ी को सबसे ज्यादा पसंद किया। दोनों ने दर्जनों फिल्मों में साथ काम किया। इस बीच दोनों एक दूसरे के बेहद करीब भी आ गए।  धर्मेंद्र और हेमा के बीच प्यार इस कदर परवान चढ़ चुका था कि वो दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे। लिहाजा धर्मेंद्र पहली पत्नी प्रकाश कौर के तलाक ना देने के बावजूद भी हेमा से शादी करना चाहते थे और अपनी इस मंजिल को मुकम्मल करने के लिए धर्मेंद्र ने इस्लाम धर्म को अपनाया। हालांकि हेमा से निकाह पढ़ाने के बाद धर्मेंद्र ने हेमा मालिनी (Hema Malini) से फिर हिंदु रीति रिवाजों से 1979 में भी शादी की। जब धर्मेंद्र ने हेमा से शादी की थी उस समय वो सनी-बॉबी के साथ 4 बच्चों के पिता थे जिनमें सन्नी सबसे बड़े थे। सनी हेमा से उम्र में महज 8 साल ही छोटे हैं। लिहाजा धर्मेंद्र की पहली पत्नी और उनके बच्चों ने हेमा मालिनी (Hema Malini) को कभी स्वीकार ही नहीं किया। धर्मेंद्र से शादी के बाद हेमा हमेशा ही एक घर में रहीं जहां दोनों से दो बेटियां आहना और ईशा देओल हैं। सनी-बॉबी ने हमेशा हेमा से दूरी बनाए रखी। यहां तक कि दोनों भाई अपनी बहनों की शादी समारोह में भी नही गए थे।

हेमा मालिनी (Hema Malini) अपने जमाने की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस में से एक थीं। जिसकी वजह से बॉलीवुड के कई एक्टर हेमा मालिनी (Hema Malini) से प्यार करते थे। उनमें जितेंद्र और संजीव कुमार का नाम सबसे ऊपर है। हेमा मालिनी (Hema Malini) ने धर्मेंद्र के लिए दोनों एक्टर्स का प्रपोजल ठुकरा दिया था। जितेंद्र ने तो बाद में बबीता से शादी कर ली लेकिन संजीव कपूर हेमा मालिनी (Hema Malini) को दिलों-जां से प्यार करते थे। लेकिन हेमा ने संजीव कुमार के प्रपोजल को अस्वीकार कर दिया था। हेमा मालिनी (Hema Malini) के इंकार को संजीव कुमार ने बड़ी गहराई से अपने दिल पर ले लिया और प्यार में मिली असफलता के बाद वो एकदम टूट चुके थे और अपने गम को भुलाने के लिए दिन रात शराब पीने लगे। यहा तक कि उन्होंने अपनी सेहत का ध्यान रखना भी बंद कर दिया था। नतीजन उनकी सेहत दिनों दिन खराब होती चली गई और उन्हें काफी छोटी उम्र में ही हार्ट अटैक आ गया, जिसके कारण उनका देहान्त हो गया।

इतिहास में आज का दिन – 16 अक्टूबर