Hindi News (हिंदी समाचार), News in Hindi, Latest News In Hindi

आतंकवाद से लड़ना चाहता है पाक तो भारत सैन्य मदद देने को तैयार

पाकिस्तान के टुकड़े होने से कोई नहीं रोक सकता- रक्षा मंत्री (Defence Minister)

“पड़ोसी की हरकतें आतंकवाद को पालने पोसने की हैं, ईमानदारी से उसके खिलाफ लड़ने की नहीं।”

“पाकिस्तान आतंक से लड़ने पर गंभीर होगा तो हम सैन्य मदद करने को तैयार”

“भारत इतना मजबूत हो चुका है कि दुनिया की कोई ताकत उसकी तरफ बुरी नजर से नहीं देख सकती।”

 

भारत के रक्षा मंत्री (Defence Minister) राजनाथ सिंह ने एक बार फिर पाकिस्तान को चेतावनी दी है। राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को सीधे शब्दों में कहा कि अगर वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आएगा तो उसके टुकड़े होने से कोई नहीं रोक सकता। क्योंकि पाकिस्तान की नीति आतंकवाद को पालने पोसने की है। उसकी यही नीति उसी के लिए उल्टी पड़ने वाली है। राजनाथ ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को सलाह दी कि यदि वो आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए दृढसंकल्प हैं तो भारत पाकिस्तान में अपनी सेना भेजकर उनकी मदद करने को तैयार है। 

इतिहास में आज का दिन – 14 अक्टूबर

रक्षा मंत्री (Defence Minister) ने दावा किया कि ‘आज भारत इतनी मजबूत स्थिति में है कि कोई भारत की तरफ बुरी नजर से देखने की हिम्मत नहीं कर सकता।’ रक्षामंत्री ने यहां रविवार को भाजपा की विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद से लड़ने में विफल है, क्योंकि वह ईमानदारी से इसके लिए कदम नहीं उठाता है। राजनाथ ने कहा, ‘‘अगर वह आतंकवाद से ईमानदारी से लड़ने के लिए आगे बढ़ता है और इसमें भारत से कोई मदद चाहता है तो भारत इसके लिए तैयार है।’

रक्षा मंत्री (Defence Minister) राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा आतंकवाद को दिए जा रहे समर्थन को लेकर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे को लेकर अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर जो नौटंकी करके समर्थन हासिल करना चाहता था उसमें उसे सफलता हासिल नहीं हो पाई, क्योंकि पाकिस्तान एक तरफ तो भारत के खिलाफ आतंकवाद को सहयोग कर रहा है और दूसरी तरह आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने पर असमर्थता दिखा रहा है। उन्होंने एक फिर से पुलगामा में सीआरपीएफ के काफिल में पिछले दिनों किए गए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने इस आंतकी हमले की जवाब उसी समय दुश्मन की जमीन पर जाकर दे दिया था। यदि उस समय राफेल हमारे पास होता तो हम अपनी जमीन से दुश्मन की जमीन उसे जवाब देते।