बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) का हिंदू धर्म में भी काफी महत्व है। ये मान्यता है कि भगवान विष्णु ने बुद्ध के रूप में 23वां अवतार लिया था। इस दिन को देश में उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
नई दिल्ली: देशभर में आज यानी 26 मई को बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) मनाई जा रही है। बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के लिए आज का दिन बेहद खास है। बैशाख पूर्णिमा को ही बुद्ध पूर्णिमा के तौर पर मनाया जाता है।
हिंदू धर्म भी ये मानता है कि इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था और इसी दिन उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था। इस दिन अन्न दान किया जाता है।
कहा जाता है कि बैशाख पूर्णिमा को बोधगया में बोधिवृक्ष के नीचे गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। बुद्ध को पूरी दुनिया में सत्य और अहिंसा के प्रतीक के रूप में देखा जाता है और उनकी शिक्षाएं समाज को रोशन करती हैं। बुद्ध के अनुयायी उनके उपदेशों को मानते हैं और इस धर्म के भिक्षु समाज को जीवन का ज्ञान देते हैं।
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बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) का हिंदू धर्म में भी काफी महत्व है। ये मान्यता है कि भगवान विष्णु ने बुद्ध के रूप में 23वां अवतार लिया था। इस दिन को देश में उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
बुद्ध पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त 25 मई रात 8 बजकर 28 मिनट से लेकर 26 मई शाम 4 बजकर 43 मिनट तक है। कहा जाता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए और दान-पुण्य करना चाहिए। हिंदू धर्म में इस दिन भगवान विष्णु का पूजन भी किया जाता है।