केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के बाद अब सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत (Army Chief General Bipin Rawat) ने भी पीओके (PoK) को लेकर बड़ा बयान दिया है। बिपिन रावत ने कहा कि पीओके को लेकर आर्मी पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा, ‘PoK को लेकर सरकार को निर्णय करना है। सेना हर हालात के लिए तैयार है।’ वहीं जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद वहां के मौजूदा हालत पर सेनाध्यक्ष रावत ने कहा कि रावत ने कहा है कि कश्मीर के लोगों को समझना चाहिए कि जो भी हो रहा है, वह उनकी भलाई के लिए हो रहा है। रावत ने कहा कि आर्टिकल 370 के हटने से वह बाकी देश से जुड़ जाएंगे।
रावत ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को यह तभी एहसास होगा, जब वह स्वयं इसका अनुभव करेंगे। सेनाध्यक्ष ने कहा, ‘जम्मू और कश्मीर के लोगों ने 30 सालों तक आतंक से सामना किया। अब उन्हें यह मौका मिला है कि वह देख सकें कि जब शांति होती है तो वहां कैसे चीजें काम करती हैं।’ जितेंद्र सिंह के पीओके को लेकर बयान के सवाल पर बिपिन रावत ने कहा, ‘पीओके पर फैसला सरकार को लेना है।’ उन्होंने कहा, ‘अन्य संस्थाएं तो जैसा सरकार कहेगी, वैसी तैयारियां करेंगी।’ वहीं सेना की तैयारी को लेकर सवाल पर सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने कहा कि सेना तो हमेशा किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार ही रहती है।
पढ़ें: एक नेता जिसने अपने ससुर नेहरू से की बगावत, मजबूरन वित्त मंत्री ने दिया इस्तीफा
इसके साथ ही बिपिन रावत ने कहा कि पीओके को लेकर सरकार ने जो बयान दिया है उसे सुनकर बहुत खुशी हुई है। इसके लिए सेना पूरी तरह तैयार है। जब भी आदेश होगा हम कार्रवाई करने के लिए रेडी हैं। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद अब पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दे दिया गया है कि अब भारत का ध्यान पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) पर है। गौरतलब है कि 11 सितंबर को पीएमओ राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा था कि हमारा अगला एजेंडा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाना है। केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार में मंत्री जितेंद्र सिंह ने बयान दिया था कि पाकिस्तान से अब बात बस पाक अधिकृत कश्मीर पर होगी।
सिंह ने कहा था, ‘अनुच्छेद 370 (Article 370) को समाप्त करने के बाद हमारा अगला एजेंडा PoK को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाना है।’ बता दें कि इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा था कि पाकिस्तान से अब अगली बातचीत पीओके को लेकर होगी। इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने भी संसद में 370 पर विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए संसद में कहा था कि हम जान दे देंगे, लेकिन पीओके लेकर रहेंगे।
पढ़ें: लद्दाख बॉर्डर पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई भिडंत, बाद में बातचीत से सुलह