Kashmir: BJP कार्यकर्ताओं की हत्या में शामिल आतंकियों की पहचान हुई, वारदात में इस्तेमाल गाड़ी बरामद

आतंकी (Terrorists) जिस गाड़ी में आए थे उसी में अच्छाबल इलाके की ओर भाग निकले। इलाके के तिलवनी गांव से उस गाड़ी को बरामद कर लिया गया है। आतंकी जिस आल्टो कार में सवार होकर आए थे वह खुर्शीद अहमद वानी के नाम रजिस्टर्ड है।

Terrorists

सांकेतिक तस्वीर।

पाकिस्तान के इशारे पर लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-E-Taiba) और द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के आतंकियों (Terrorists) ने हमले को अंजाम दिया।

दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम में भाजयुमो के जिला महासचिव समेत तीन कार्यकर्ताओं की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। कश्मीर (Kashmir) के आईजी विजय कुमार के मुताबिक, पाकिस्तान के इशारे पर लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-E-Taiba) और द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के आतंकियों (Terrorists) ने हमले को अंजाम दिया।

हमले में दो स्थानीय आतंकियों के साथ ही एक पाकिस्तानी आतंकी भी शामिल था। इनकी पहचान कर ली गई है। साथ ही हमले में इस्तेमाल गाड़ी को भी बरामद कर लिया गया है। बता दें कि 29 अक्टूबर को जिले के काजीगुंड इलाके के वाईके पोरा में आतंकियों (Terrorists) ने कार पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर भाजयुमो के जिला महासचिव समेत तीन कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी थी।

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आईजी ने बताया कि जांच में अब तक जो सबूत हाथ लगे हैं उससे पता चलता है कि 29 अक्टूबर की शाम लगभग आठ बजे आतंकी स्थानीय अल्ताफ की कार से घटनास्थल पर पहुंचे थे। उस दौरान भाजयुमो महासचिव फिदा हुसैन अपने दो अन्य साथियों के साथ गाड़ी में बैठे थे। आतंकियों ने वहां पहुंचते ही अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इसमें तीनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई।

आईजी के अनुसार, आतंकी (Terrorists) जिस गाड़ी में आए थे उसी में अच्छाबल इलाके की ओर भाग निकले। इलाके के तिलवनी गांव से उस गाड़ी को बरामद कर लिया गया है। आतंकी जिस आल्टो कार में सवार होकर आए थे वह खुर्शीद अहमद वानी के नाम रजिस्टर्ड है। एफएसएल की टीम ने मौके पर पहुंचकर सबूत जुटाए हैं।

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आईजी के मुताबिक, इस घटना के पीछे लश्कर का हाथ है। घटना में डोरू का निसार अहमद खांडे व खुडवानी का अब्बास शेख शामिल था। अब्बास पहले हिजबुल में था, लेकिन आजकल लश्कर के साथ है। वह अपने आपको टीआरएफ का आतंकी भी बताता है। एक पाकिस्तानी आतंकी भी हमले में शामिल था। जल्द इन आतंकियों को मार गिराया जाएगा। हमला पहले से प्लान था।

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उन्होंने बताया कि फिदा हुसैन घर से इतनी दूर आकर क्या कर रहे थे इसकी जांच की जा रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वह किसी का इंतजार कर रहे थे या कोई और वजह थी। हमला पहले से ही प्लान किया गया था। आईजी के अनुसार, हमले के बाद से दक्षिणी कश्मीर में करीब 8 जगहों पर सर्च ऑपरेशन जारी है। उम्मीद है कि बहुत जल्द इस ग्रुप के आतंकियों (Terrorists) को आर गिराया जाएगा।

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