India-China LAC Clash: पीछे हटने को तैयार हुआ चीन, पर भरोसा जरा संभल कर

भारत ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के जरिए निवेश करने की चीन की नीति में भी परिवर्तन कर दिया है। चीन को लगता है कि इस आर्थिक वार में उसको नुकसान होगा इसलिए फौरी तौर पर युद्ध विराम कर लिया जाए ताकि भारत में जो राष्ट्रवाद का उफान खड़ा हुआ है‚ उसे ठंड़ा पड़ने दिया जाए।

India China Clashes

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पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन (India China) के बीच बने गतिरोध को दूर करने के लिए सोमवार को हुई कोर कमांडर स्तर की बैठक में मामला सुलझाने के लिए चीन ज्यादा उत्सुक था। चीन की तरफ से पहली बार ऐसे संकेत दिए गए थे कि वह 4 मई से पहले की यथास्थिति बहाल करने के लिए तैयार है और उसे इस रणनीति पर काम करने के लिए एक दिन का समय चाहिए। बैठक में चीन की तरफ से तिब्बत मिलिट्री डिट्रिक्ट के मेजर जनरल लियू ली ने सीमा पर शांति बहाली के लिए ज्यादा उत्सुकता दिखाई। सेना सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना (Indian Army) के लेफ्टि. जनरल हरिन्दर सिंह और लियू ली के बीच हुई बैठक में दौलता बेग ओल्डी से लेकर पैंगोंग लेक तक एलएसी के विवादित बिंदुओं पर एक–एक करके सहमति व्यक्त की गई।

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