Zakir Musa

31 मई तक 101 आतंकी मारे गए हैं। जिनमें 23 विदेशी और 78 स्थानीय आतंकी शामिल हैं। मारे गए आतंकवादियों में सर्वाधिक संख्या शोपियां से है, जहां 16 स्थानीय आतंकियों समेत 25 आतंकवादी मारे गए। वहीं, पुलवामा में 15, अवंतीपुरा में 14 और कुलगाम में 12 आतंकी मारे गए हैं।

2010 में हुए तीन आतंकियों के एनकाउंटर के बाद भड़की हिंसा की घटना ने उस पर गहरा असर डाला था और इसी के चलते उसने पढ़ाई छोड़ी और यह कदम उठाया।

जाकिर मूसा 2013 में आतंक की दुनिया में आया था। मूसा हिजबुल कमांडर बुरहान वानी का करीबी था। बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में जाकिर मूसा ही आतंक का चेहरा था।

यह भी पढ़ें