Vijay Diwas

सेना (Army) के अधिकारियों के साथ-साथ जिले के अधिकारियों ने हल्द्वानी-नैनीताल रोड स्थित शहीद पार्क में शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित किए। इस दौरान देशभक्ति के नारों से शहीद स्मारक गूंज उठा।

झारखंड (Jharkhand) के गुमला के सैनिक चामू उरांव 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए थे। चामू उरांव देश के लिए शहीद हुए, लेकिन आज वे आम जनता के बीच गुमनाम हैं। वे फुटबॉल खिलाड़ी से सैनिक बने थे। शहीद चामू उरांव (Martyr Chamu Oraon) का घर गुमला शहर से सटे पुग्गू घांसीटोली गांव में है।

Vijay Diwas: साल 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध (India-Pakistan War) हुआ था। इस युद्ध में भारत ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी और पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश बना था। पाकिस्तान के 93,000 सैनिकों ने भारतीय सेना (Indian Army) के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।

'विजय दिवस' (Vijay Diwas) हर साल 16 दिसंबर को मनाया जाता है। भारत के इतिहास यह दिन बहुत अहम है। 49 साल पहले 1971 की जंग (1971 Indo Pak War) में भारत ने पाकिस्तान को ना केवल धूल चटाई, बल्कि पड़ोसी मुल्क के दो टुकड़े भी हो गए, जिसके बाद बांग्लादेश अस्तित्व में आया।

नौसेना ने वीडियो के आखिर में लिखा है कि 'हर काम देश के नाम।' इस वीडियो में घातक ट्राइडेंट ऑपरेशन और पायथन ऑपरेशन की झलक दिखाई देगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 16 दिसंबर को 'विजय दिवस' (Vijay Diwas) के मौके पर दिल्ली में नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे।

कौशल को लगा कि दुश्मन उनकी टीम को वहां से बेदखल करना चाहता है। वह खुद की चिंता किए बगैर आमने-सामने भिड़ गए।

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