प्रेम चोपड़ा ने फिल्मों में गढ़ी खलनायकी की नई परिभाषा, इन्हें देख लोग अपनी पत्नियों को छिपाने लगते
प्रेम चोपड़ा (Prem Chopra) फिल्मों में अपनी नकारात्मक भूमिका के कारण इतने कुख्यात हो गए कि उनके प्रति लोगों का नजरिया बदल गया। उन्हें देखते ही लोग अपनी पत्नियों को छिपाने लगते और बच्चें रोने लगते थे।
Today History (23 September): जानें आज के दिन देश और दुनिया में क्या हुआ था?
Today History: प्रेम चोपड़ा (Prem Chopra) को डॉक्टर बनाना चाहते थे। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक की शिक्षा ली, लेकिन वह फिल्मों में काम करने के लिए मुंबई आ गए।
दुर्गा खोटे पुण्यतिथि: कभी पत्नी तो कभी मां के किरदारों को पर्दे पर जीवंत किया, सिनेमा में महिलाओं की राह आसान बनाई
दुर्गा खोटे (Durga Khote) की शुरुआत छोटी भूमिकाओं से हुई, लेकिन जल्द ही उन्होंने नायिका की भूमिका निभानी शुरू कर दी और 1932 में प्रदर्शित प्रभात फिल्मस की 'अयोध्येचा राजा' फिल्म ने उन्हें स्थापित कर दिया।
Today History (22 September): जानें आज के दिन देश और दुनिया में क्या हुआ था?
Today History: वर्ष 1931 में शुरू हुआ दुर्गा खोटे (Durga Khote) का फिल्मी सफर कई दशकों का रहा और इस दौरान उन्होंने कई तरह की यादगार भूमिकाएं की।
नूरजहां जयंती: खूबसूरत चेहरे और दिलकश आवाज की जादूगरनी थी ‘मल्लिका-ए-तरन्नुम’
नूरजहां (Noor Jehan) अपनी आवाज में हमेशा नये नये प्रयोग किया करती थीं। अपनी इन खूबियों के कारण वो ठुमरी गायकी की महारानी कहलाने लगीं थीँ। इस दौरान उनकी नौकर, जुगनू, दोस्त, दुहाई, बड़ी मां और विलेज गर्ल जैसी कामयाब फिल्में रिलीज हुईं।
Today History (21 September): जानें आज के दिन देश और दुनिया में क्या हुआ था?
Today History: नूरजहां का असली नाम अल्लाह वासी है। कहा जाता है कि जब नूरजहां का जन्म हुआ था तो उनके रोने की आवाज सुनकर उनकी बुआ ने कहा था कि इस बच्ची के रोने में भी संगीत का सुर है, ये बड़ी होकर जरूर सिंगर बनेगी।
महेश भट्ट ने अपनी ही बेटी को किया था स्मूच, पूजा भट्ट से थी शादी की इच्छा
महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) की एक खासियत है कि वह लोगों को बोल्ड कंटेंट वाली फिल्में दिखाते हैं। उनकी फिल्मों की तरह उनके जीवन में भी अजब-गजब के रिश्ते बने हुए थे।
Today History (20 September): जानें आज के दिन देश और दुनिया में क्या हुआ था?
Today History: महेश के पिता एक मशहूर फिल्मकार थे, शायद यही कारण था कि बचपन से ही महेश का रुझान फिल्मों की तरफ हो गया। महेश 1970 में अपने कॉलेज की पढ़ाई छोड़कर फिल्मों के निर्देशन में हाथ आजमाने लगे।
ठहाकों के बादशाह थे काका हाथरसी, जिनके अंतिम संस्कार के समय श्मशान स्थल पर हुआ कवि सम्मेलन
काका (Kaka Hathrasi) को अंग्रेजी और उर्दू भाषा का अच्छा ज्ञान था लेकिन वो अपनी कविताओं और संगोष्ठियों में हिंदी के प्रचार-प्रसार पर ज्यादा जोर देते थे। काका की हास्य कविताएं देश ही नहीं अपितु विदेशो में भी काफी प्रचलित थी।
Today History (18 September): जानें आज के दिन देश और दुनिया में क्या हुआ था?
Today History: काका (Kaka Hathrasi) को अंग्रेजी और उर्दू भाषा का अच्छा ज्ञान था लेकिन वो अपनी कविताओं और संगोष्ठियों में हिंदी के प्रचार-प्रसार पर ज्यादा जोर देते थे। काका की हास्य कविताएं देश ही नहीं अपितु विदेशो में भी काफी प्रचलित थी।
आज है भारत के प्रधानमंत्री का 70वां जन्मदिन, नरेंद्र मोदी का शून्य से शिखर तक का सफर
मोदी जी (Narendra Modi) पढ़ाई पूरी करने के बाद ABVP के साथ जुड़कर RSS प्रचारक के रूप में काम करने लगे। साल 1975-77 में आपातकाल के दौरान मोदी ने भेष बदलकर लोगों को देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट करने का भी काम किया।
Today History (17 September): जानें आज के दिन देश और दुनिया में क्या हुआ था?
Today History: प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी की ख्याति दुनिया के कोने-कोने में गूंज रही है। देश के सबसे बड़े ओहदे पर विराजमान नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर विराजमान हैं।
Today History (16 September): जानें आज के दिन देश और दुनिया में क्या हुआ था?
Today History: प्रसून जोशी बचपन से ही प्रकृति, सृष्टि सृजित चीजों एवं प्राकृतिक सौंदर्य के प्रति आकर्षित रहे। इसलिए लेखन उनके स्वभाव में स्वत: ही प्रवेश कर गया। बचपन में वे खुद की हस्तलिखित पत्रिका भी निकालते थे और इस प्रकार लेखन उनका शौक बना।
प्रसून जोशी जन्मदिन विशेष: फिल्मों के लिए लिखे कई शानदार गीत, विज्ञापन की दुनिया के हैं बेताज बादशाह
प्रसून जोशी (Prasoon Joshi) बचपन से ही प्रकृति, सृष्टि सृजित चीजों एवं प्राकृतिक सौंदर्य के प्रति आकर्षित रहे। इसलिए लेखन उनके स्वभाव में स्वत: ही प्रवेश कर गया। बचपन में वे खुद की हस्तलिखित पत्रिका भी निकालते थे और इस प्रकार लेखन उनका शौक बना।
लांस नायक करम सिंह जयंती: जिसने भारत पर पहले पाक हमले का किया सामना, अकेले दुश्मन के 8 हमलों को किया नाकाम
दो शत्रु करम सिंह (Karam Singh) की टोह लेते हुए उसके पास से गुजरने ही वाले थे कि आमना-सामना हो गया। लांस नायक करम सिंह फुर्ती दिखाते हुए उन पर टूट पड़े और उनके पेट में संगीन घोंप दी, वे शत्रु सैनिक वहीं ढेर हो गये।
Today History (15 September): जानें आज के दिन देश और दुनिया में क्या हुआ था?
Today History: लांस नायक करम सिंह का जन्म 15 सितम्बर 1915 को पंजाब के संगरूर जिले के भालियां वाले गांव में हुआ था। 26 वर्ष की उम्र में करम सिंह एक फौजी बन गए। रांची में बेहद सरलता से अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद इन्हें अगस्त 1942 में सिख रेजीमेंट में लिया गया।
हिंदी दिवस: देश की आत्मा कही जाने वाली राष्ट्र भाषा हिंदी की दशा और दिशा
हिंदी दिवस (Hindi Diwas) के दिन से सरकारी और गैरसरकारी मंचों से हिंदी की प्रशस्तियां भी गाई जाएंगी और उसकी उपेक्षा का रोना भी रोया जाएगा।