Tibet

भारत और चीन के रिश्ते बीते कुछ सालों में खराब हुए हैं। सीमा विवाद के चलते चीन हमारे खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाए हुए है। चीन हमेशा से विस्तारवादी की नीति को फॉलो करता आया है।

एलएसी (LAC) पर चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। चीन ने अब तिब्बत के लोगों को पीएलए में भर्ती करना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय सीमा के पास चीन ने तिब्बत के लोगों की भर्ती शुरू कर दी है।

चीन और पाकिस्तान की वायुसेना पूर्वी लद्दाख में LAC के पार तिब्बत में ज्वाइंट युद्धाभ्यास कर रही है। इस युद्धाभ्यास में दोनों मुल्कों की सेना मिसाइलों, यूएवी और ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है।

तिब्बत (Tibet) पर कब्जा करने के बाद चीन के निशाने पर फाइव फिंगर कहे जाने वाले इलाके भी हैं। दरअसल, चीन (China) भारत के साथ सीमा विवाद बनाए रखना चाहता है।

अमेरिकी राजनयिक यह सुनिश्चित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन कर सकता है कि अगले दलाई लामा (Dalai Lama) का चयन सिर्फ तिब्बती बौद्ध समुदाय ही करे।

Nyima Tenzin की अंतिम यात्रा के दौरान भारत और तिब्बत के झंडे एक साथ नजर आए। इस दौरान लोगों ने तिब्बत की आजादी के भी नारे लगाए।

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