Terrorists

पंजाब पुलिस ने इन आतंकियों (Terrorists) के पास से टिफिन बम की तरह दिखने वाले दो डिब्बे‚ दो हैंड ग्रेनेड और तीन 9 एमएम पिस्तौल भी बरामद की हैं।

इससे पहले सेवा से बर्खास्त किए गए लोगों में पाकिस्तान स्थित हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे और दागी पुलिस उपाधीक्षक दविन्दर सिंह शामिल थे।

सरहद पार पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर ऐसे पावरफुल मोबाइल टावर लगा रखे हैं‚ जिनके जरिये वहां का सिमकार्ड सरहदी भारतीय इलाके में भी आसानी से काम करता है।

घाटी में आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है। इस बीच सोमवार को भारतीय सेना ने कश्मीर में सक्रिय आतंकियों और सीजफायर के मुद्दे पर जानकारी साझा की है।

अल–सहरावी (Adnan Abu Walid Al-Sahrawi) कुछ हफ्ते पहले फ्रांस के बरखाने सैन्य अभियान में मारा गया था‚ लेकिन अधिकारी घोषणा करने से पहले उसकी पहचान को लेकर पूरी तरह संतुष्ट होना चाहते थे।

आतंकी जीशान और ओसामा ने बताया कि उन्हें पाकिस्तान के कराची स्थित थट्टा टेरर कैंप में ट्रेनिंग दी गई थी। थट्टा वही शहर है‚ जहां 26/11 हमले के दोषी आतंकी अजमल कसाब को ट्रेनिंग दी गई थी।

बांग्लादेश में स्थित जेएमबी के आतंकी शिविर में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को देखा गया था‚ जो आईएसआई (SI) के इशारे पर जेएमबी के आतंकियों (Terrorists) को प्रशिक्षण दे रहे हैं।

ऐसे आतंकी ग्रेनेड हमलों को अंजाम देते हैं और हमले के बाद मौके से भाग जाते हैं। कहा गया कि ओजीडब्लू और स्लीपर सेल की तरह ही यह आतंकी पार्टटाइम होते हैं‚ शेष समय में यह दूसरा काम धंधा करते हैं।

Arshid Ahmed: आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस सब इंस्पेक्टर अर्शीद अहमद ने जनता के दिल को झकझोर कर रख दिया है।

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है, फिर भी आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला पुलवामा का है।

अंतर्राष्ट्रीय सीमा के करीब होने के कारण ड्रोन के जरिए राजौरी में आतंकवादियों (Terrorists) को हथियारों की आपूर्ति हो रही है। ड्रोन से यहां हथियार गिराए जा चुके हैं।

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकियों (Terrorist) के खिलाफ अभियान जारी है लेकिन आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।

यह सर्च अभियान माजाकोट के बारोट गली में स्थित डोरी माल के जंगली इलाकों में चल रहा था। इसी दौरान जंगल में छुपे आतंकियों ने सर्च टीम के ऊपर फायरिंग शुरू कर दी।

खबर है कि इस मुठभेड़ में 2 आतंकी (terrorists) घिरे हुए हैं। सेना, पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम इस ऑपरेशन को अंजाम दे रही है।

आईएसआई की मदद से अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां की जेल से इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISPK) के तीनों बड़े आतंकी भाग गये हैं।

आईएसआई (ISI) ने पाकिस्तान और पीओके में डॉक्टरी और इंजीनियरिंग की पढ़ाई के नाम पर कई कश्मीरी नौजवानों को कानूनी रास्ते से सरहद उस पार ले जा रहे हैं, जहां उन्हें ट्रेनिंग कैंपों में ले जाया जाता है और हथियारों व गोला-बारूद की ट्रेनिंग दी जाती है।

घाटी में आतंकियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है, फिर भी आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।

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