Terrorists

कस्बा यार इलाके में रुक-रुक कर सुरक्षाबलों और आतंकियों (Terrorists) के बीच फायरिंग होती रही। जवानों ने आतंकियों के ठिकाने को चारों तरफ से घेर लिया है और बार-बार उन्हें सरेंडर करने की अपील भी की गई।

ओजीडब्ल्यू जम्मू कश्मीर में आतंकियों को मानवीय सहायता‚ रेकी‚ मुखिबरी‚ नकद‚ आवास और अन्य सुविधाएं प्रदान करते हैं। यानी आतंकियों को सुरक्षित मार्ग‚ घर या किसी तरह की सूचना प्रदान करता है।

इस मुठभेड़ में मारे गये तीनों आतंकी (Terrorists) लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) के सदस्य थे, जो पिछले कई महीनों से घाटी में हो रही टारगेट किलिंग में शामिल थे।

पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर उन्होंने जिले के रैश्याबारी इलाके से दो और संदिग्धों को गिरफ्तार किया जिनकी पहचान 28 वर्षीय बैल्या जामतिया और 45 वर्षीय रवि कुमार त्रिपुरा के रूप में की गई है। 

पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि मारे गए दो आतंकियों (Terrorists) में से एक प्रतिबंधित संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट '(टीआरएफ) का कमांडर था।

आईएसआई (ISI) के बैठक के बाद इस्लामाबाद के एक मरकज में राउफ असगर ने जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-E-Mohammed) के बड़े आतंकी मुफ्ती अजघर खान कश्मीरी और क्वारी जरार के साथ बैठक कर आतंकी हमले की रूपरेखा तैयार की है।

पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों ने इलाके की घेराबंदी कर छानबीन शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस ने एक मामला दर्ज कर लिया है और इसकी जांच शुरू कर दी है।

सीमा पार चल रहे आतंकी लॉन्च पैड पर अभी भी 200 से 250 आतंकियों (Terrorists) की मौजूदगी की सूचना है, जो घुसपैठ के लिए तैयार हैं।

पूंछ और राजौरी जिले के जंगलों में आतंकियों के खिलाफ चल रहा ये सर्च ऑपरेशन अभी तक का सबसे लंबा सैन्य अभियान साबित हो रहा है।

ये आतंकी हमला (Terror Attack) ऐसे समय में हुआ है जब देश के गृहमंत्री राज्य के दौरे पर थे। ऐसे में इस आतंकी हमले ने सुरक्षाबलों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

भट्टा दुर्रियां जंगल में आतंकियों (Terrorists) की गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी, सेना का एक जवान और उनके द्वारा गिरफ्तार लश्कर-ए-तैयबा का पाकिस्तानी आतंकवादी जिया मुस्तफा घायल हो गया।

सुरक्षाबलों ने पिछले दो सप्ताह से जंगल का कोना-कोना छान मारा है और एक-दो दिन में यहां के प्राकृतिक गुफाओं को भी जल्द ही खंगाल लिया जायेगा।

एनआईए ने जम्मू-कश्मीर और दिल्ली सहित अन्य कई बड़े शहरों में आतंकी हमले की साजिश रचने वाले आतंकी संगठनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसी के तहत घाटी में 13 अक्तूबर को भी 16 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई थी।

इस मुठभेड़ में मारे गये आतंकवादियों (Terrorists) में से एक आतंकी की पहचान कश्मीर निवासी आदिल वानी के रूप में हुई है और इसने ही पुलवामा जिले में यूपी के मजदूर सगीर अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

अलकायदा (Al Qaeda) के आधिकारिक मीडिया विंग अस साहब ने भारत में कथित तौर पर मुसलमानों के उत्पीड़न से संबंधित कुछ वीडियो शेयर किए हैं। इनमें से कुछ वीडियो असम के भी हैं।

आईएसआई और आतंकी संगठन उन आतंकियों (Terrorists) की मदद करने के लिए सहमत हुए जो नवीनतम हमलों और टारगेट किलिंग (Target Killing) के लिए भारतीय सुरक्षाबलों की निगरानी में नहीं हैं।

उप-राज्यपाल मनोज सिंहा ने शोक व्यक्त करते हुये कहा कि मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। हम आतंकियों (Terrorists)‚ उनके हमदर्दों को निशाना बनाएंगे और निर्दोष नागरिकों के खून की हर बूंद का बदला लेंगे।

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