Terrorists

आतंकवादी मैक्सन के खिलाफ बांग्लादेश में हत्या और चोरी समेत कुल 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि शायद वर्ष 2019 में यह आतंकवादी पश्चिम बंगाल की सीमा में घुसा था।

गिरफ्तार आतंकी लश्कर के मुखौटा संगठन टीआरएफ के लिए काम करता था और सरहद पार बैठे आंतकी आकाओं के आदेश पर जिले में एक बार फिर स्थानीय आतंकवाद को पुनर्जीवित करने का काम कर रहा था।

मारे गये आतंकी की पहचान शोपियां जिले के बोंगाम निवासी मलिक उर्फ मूसा के रूप में हुई। वह वर्ष 2020 से ही प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम कर रहा था।

आईजीपी विजय कुमार ने बताया कि पुलवामा मुठभेड़ में मारे गये जैश के चार आतंकियों (Terrorists) में एक पाकिस्तानी आतंकी कफील उर्फ छोटू भी शामिल है।

मारा गया आतंकी लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन दी रेसिडेंस फ्रंट का सक्रिय सदस्य था। सुरक्षाबलों को उसके पास से एक एके-47 रायफल के अलावा अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।

सीमा पार लॉन्चिंग पैड्स पर मौजूद विदेशी मूल के आतंकी घातक हथियारों से लैस हैं। उनमें अधिकतर अफगानिस्तान से लौटे हैं, जो पीओके स्थित आईएसआई के ट्रेनिंग सेंटर पर हमले की तैयारी में हैं। 

हसनपोरा इलाके में करीब 8 घंटे चली सुरक्षाबलों और आतंकियों (Terrorists) के बीच मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी मार गिराये गये हैं। इस दौरान भारी संख्या में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।

मुठभेड़ के बाद छानबीन में पता चला कि मारे गये तीनों आतंकी प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य थे। इनमें से एक पाकिस्तानी नागरिक है जो कि जैश का कुख्यात कमांडर भी है।

गिरफ्तार आतंकी सहयोगियों की पहचान आदिल अली निवासी आचन और आसिफ गुलजार निवासी हाजीदरपोरा के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की है।  

सोमवार को अनंतनाग के अरवानी इलाके में आतंकियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के बंकर को निशाना बनाया। आतंकियों ने जो हैंड-ग्रेनेड फेंका वह एक खाली जगह पर जाकर गिरा, जिससे किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ।

दक्षिण कश्मीर में शनिवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच यह तीसरी एनकाउंटर थी। इससे पहले शनिवार को शोपियां और पुलवामा में हुई एनकाउंटर में दो-दो दहशतगर्द (Terrorist) मारे गए थे।

एक दिन पहले ही राज्य में एक घंटे के अंतराल पर दो आतंकी हमले हुये थे। जिसमें जम्मू कश्मीर पुलिस के एक असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर के अलावा एक आम नागरिक की मौत हो गई थी।

जम्मू कश्मीर में हुये इस आंतकी हमले पर अफसोस जताते हुये ले. जनरल मनोज सिन्हा ने बताया कि इन हमलों में शामिल आतंकियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जायेगी।

रेडवानी इलाके में सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन चल रहा था, इसी दौरान आतंकियों (Terrorists) ने जवानों पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई के बाद ये छानबीन मुठभेड़ में बदल गई और सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया।

इस हमले से आहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी हमले का ब्योरा मांगा और शहीद सुरक्षाकर्मियों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की।

गिरफ्तार आतंकी की पहचान तौफीक काबू के तौर पर हुई है जो सोपोर के आरामपोरा का रहने वाला है। वहीं उसके सहयोगी की पहचान तकियाबल गांव के निवासी बिलाल अहमद उर्फ कालू के तौर पर हुई है।

राजोरीकदल में तैनात जवानों पर किये गये आतंकी हमले में एक ट्रैफिक पुलिस का जवान घायल हो गया। जिसे फौरन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

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