Terrorists

जम्मू कश्मीर में आतंकियों (terrorists) के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसका असर ये हुआ है कि यहां बड़ी संख्या में आतंकी सरेंडर कर रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के राजोरी जिले में सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने आतंकियों (Terrorists) के खिलाफ बड़ी कामयाबी हासिल की है। जिले के खवास इलाके के गडोग के घने जंगलों में जवानों ने आतंकियों का एक ठिकाना (Terrorist Hideout) ध्वस्त किया है।

इंटरनेट बाधित होने से आतंकवादी समूहों द्वारा व्हाट्सऐप और फेसबुक मैसेंजर का इस्तेमाल लगभग बंद हो गया था। बाद में पता चला कि वे नए ऐप (Messaging App) का इस्तेमाल कर रहे हैं‚ जो वर्ल्ड वाइड वेब पर मुफ्त में मौजूद हैं।

आंकड़ों के मुताबिक, 2019 की तुलना में 2020 में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच ज्यादा मुठभेड़ हुई हैं। इसके अलावा 2020 में आईईडी और बाकी हथियार भी ज्यादा बरामद हुए हैं।

Jammu and Kashmir: सुरक्षाबल आतंकियों (Terrorists) की हेल्पलाइन को खत्म करने का काम कर रहे हैं, जिससे आतंकियों को मिलने वाली मदद को रोका जा सके।

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में सुरक्षाबलों द्वारा लगातार चलाए जा रहे अभियान से आतंकवाद (Terrorism) की जड़ें लागातार कमजोर हो रही हैं। भारतीय जवानों की कार्रवाई से उनकी हलात पस्त है।

आईजीपी ने कहा कि आतंकियों के शव उनके परिजनों को सौंपा जाना इसलिए संभव नहीं है क्योंकि ये कोरोना महामारी का समय है। ये कोविड प्रोटोकॉल के खिलाफ होगा।

Terrorist Attack: 26 जनवरी के मौके पर दिल्ली में आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। खुफिया एजेंसियों को इस बारे में इनपुट मिले हैं।

सरकार और सुरक्षाबलों की तमाम कोशिशों के बाद भी जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के युवाओं को आतंकी संगठन (Terrorist Organization) बरगलाने में कामयाब हो रहे हैं।

पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों (Terrorists) के आकाओं को इस बात का डर सता रहा है कि फोन या सैटेलाइट का इस्तेमाल सुरक्षित नहीं है। ऐसे में सोशल मीडिया पर अलग-अलग नाम से अकाउंट बनाए गए हैं जिन पर सुरक्षा एजेंसियों की नजर है।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से लगती पाकिस्तान की सीमा के पार घुसपैठ की फिराक में बैठे (Wating to infiltrated in India) आतंकियों में अफगानी आतंकियों (Afghani Terrorits) का होना सुरक्षा बलों (Security Forces) के लिए चिंता का सबब बना हुआ है।

ये आतंकी जैश ए मोहम्मद से संबंधित हैं और अवंतीपोरा में आतंकियों को सुरक्षित स्थान, हथियार वगैरह मुहैया करवाते थे। पकड़े गए दोनों आतंकी, जैश ए मोहम्मद को खुफिया जानकारियां भी देते थे।

Balakot: पाक सरकार इस एयर स्ट्राइक और उससे हुए नुकसान को हमेशा नकारती रही है। लेकिन इस बार पूर्व राजनयिक ने खुद इस मामले को स्वीकार किया।

लोग पाक सरकार के खिलाफ नाराजगी जता रहे हैं। गिलगित-बाल्टिस्तान के स्कर्दू शहर में शनिवार को लोगों ने पाक सेना के खिलाफ विशाल रैली भी निकाली।

पुलवामा हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ने पर पाकिस्तान सरकार ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख (Masood Azhar) के बेटे और भाई समेत प्रतिबंधित आतंकी संगठन के 100 से ज्यादा आतंकियों को गिरफ्तार किया था।

खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI, भारत में LoC के रास्ते से आतंकी घुसपैठ कराने की साजिश रच रही है।

सीमा का ये इलाका वैसे भी आतंकी घुसपैठ को लेकर मुफीद माना जाता है। सांबा और हीरानगर सेक्टर कई बार आतंकवादियों (Terrorists) की घुसपैठ को लेकर सुर्खियों में भी रहा है।

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