Terrorism

पुलिस के मुताबिक‚ मौजूदा वक्त में घाटी में करीब 170 आतंकी सक्रिय हैं‚ जो कि सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव के कारण मस्जिदों व सेब के बागों में छिपते फिर रहे हैं। अभी हाल में दक्षिण कश्मीर के पम्पोर तथा उत्तरी कश्मीर के सोपोर में आतंकी सुरक्षाबलों पर हमला करके मस्जिदों में जा छिपे थे

कराची हमले के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराने और प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा 911 हमले के सरगना ओसामा बिन लादेन को ‘शहीद’ बताने के कारण पाकिस्तान को सख्त संदेश देना चाहते थे। कराची हमला 29 जून को हुआ था लेकिन यूएनएससी ने बयान एक जुलाई को जारी किया।

पुलिस पूछताछ में खुलासा किया उनके लिंक खालिस्तान लिबेरेशन फ्रंट से जुडा है। यह मॉड्यूल अपने पाकिस्तानी आकाओं के इशारे पर दिल्ली समेत अन्य राज्यों में टारगेट किलिंग और जबरन वसूली की साजिश रच रहे थे।

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद (Terrorism) के सफाए के लिए सुरक्षाबलों द्वारा लगातार ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इन सभी ऑपरेशनों में सुरक्षाबलों को काफी हद तक सफलता मिल रही है।

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार आतंकवादी शकूर फारूक इस साल 20 मई को सूरा इलाके में बीएसएफ के दो जवानों की हत्या में शामिल था, जिनमें से एक जवान से छीनी गई एके राइफल भी मुठभेड़ स्थल से बरामद हुई है।

खुफिया सूत्रों का कहना है कि दिल्ली और उससे सटे राज्यों के अन्य हिस्सों में मौजूद आतंकियों (Terrorists) का स्लीपर सेल सीरियल ब्लास्ट कर सकता है।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि पिछले 17 दिनों में 27 आतंकवादियों (Terrorists) को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है, जिसके कारण हताश होकर आतंकवादी अब निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे हैं।

पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों के तीन साथियों को गिरफ्तार कर पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा प्रायोजित नशीली दवाओं के आतंकवादी मॉड्यूल...

सूत्रों के अनुसार इस मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैय्यबा का टॉप कमांडर युसूफ कान्ट्रू अपने दो साथियों वसीम टाइगर और अबरार भट्ट के साथ यहां छिपा हुआ है। सुरक्षा बलों के आने के बाद इन आतंकियों (Terrorists) ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। 

शोपियां में सुरक्षा बलों ने जिन आतंकियों  (Militants) को '72 हूरों' के पास भेजा है उनके नाम क्रमश: शाकिर अहमद पाल (मोलु डंगेरपुर), आदिल हुसैन लोन (गनोपुरा), मुनी ऊल हक शेख (सुगान), औवैश अहमद भट (मोलु चित्रंगम) और अभी एक की पहचान नहीं हो सकी है।

शोपियां जिले में आज तड़के सुबह  सुरक्षाबलों और आतंकवादियों (Militants) के बीच फिर से एक बड़ी मुठभेड़ हो गई। शोपियां के पिंजोरा इलाके में जारी मुठभेड़ में भारतीय जवानों ने चार आतंकवादी (Militants) मार गिराया।

सूत्रों का कहना है कि कश्मीर और देश के अन्य हिस्सों में मौजूद जैश के आतंकियों (Terrorists) का स्लीपर सेल सीरियल ब्लास्ट (Serial Blast) कर सकता है। जिस तरह दिल्ली‚ हैदराबाद और मुंबई में बम धमाके हुए थे‚ उसी तरीकों को जैश फिर अपना सकता है।

सेना के अधिकारियों के मुताबिक आतंकवादियों (Militants) की मौजूदगी की खूफिया सूचना के आधार पर जम्मू कश्मीर पुलिस के स्पेशल टॉस्क फोर्स के जवान, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों की संयुक्त टीम ने चिह्नित इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी।

संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि गृहयुद्ध से जूझ रहे अफगानिस्तान में पाकिस्तान के करीब 6,500 आतंकवादी (Terrorists) युद्ध लड़ रहे हैं। इन आतंकवादियों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शामिल हैं।

सुरक्षाबलों के अथक प्रयास के बाद आतंकियों को ढूंढ निकाला गया। इसके बाद दोनों तरफ से तबातोड़ गोलियां चलने लगी और इसी मुठभेड़ में दूसरा आतंकी (Militant) भी ढेर हो गया।

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जिस कार में विस्फोटक था उसके मालिक हिदायतुल्लाह मलिक (Hidayatullah Malik) की पहचान की है। वह शोपियां...

चीन को अपने इस कैंपेन के तहत कमजोर देश की ऐसी जमीन को हड़पना होता है जिसका वह जमीनी तौर पर अपनी सेना या किसी अन्य काम के लिए इस्तेमाल नहीं करती है। यह नीति ऐसे समय क्रियान्वित की जाती है। साथ ही साथ चीन की एक रणनीति भी होती है‚ जिसके तहत वह दुश्मन देश की छोटी हार को मीडिया में बड़ी विजय के रूप में पेश करता है।

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