Terrorist

हसनपोरा इलाके में करीब 8 घंटे चली सुरक्षाबलों और आतंकियों (Terrorists) के बीच मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी मार गिराये गये हैं। इस दौरान भारी संख्या में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।

मुठभेड़ के बाद छानबीन में पता चला कि मारे गये तीनों आतंकी प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य थे। इनमें से एक पाकिस्तानी नागरिक है जो कि जैश का कुख्यात कमांडर भी है।

एक जनवरी को भी कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम की मदद से आतंकी घुसपैठ (Infiltration) की कोशिश की गई थी जिसे चौकन्नी भारतीय सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया था।

गिरफ्तार आतंकी सहयोगियों की पहचान आदिल अली निवासी आचन और आसिफ गुलजार निवासी हाजीदरपोरा के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की है।  

एक दिन पहले ही राज्य में एक घंटे के अंतराल पर दो आतंकी हमले हुये थे। जिसमें जम्मू कश्मीर पुलिस के एक असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर के अलावा एक आम नागरिक की मौत हो गई थी।

जम्मू कश्मीर में हुये इस आंतकी हमले पर अफसोस जताते हुये ले. जनरल मनोज सिन्हा ने बताया कि इन हमलों में शामिल आतंकियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जायेगी।

मारे गये लश्कर के आतंकी की पहचान पाकिस्तान मूल के अबू जरार के तौर पर हुई है। वहीं जवानों ने घटनास्थल से एक एके 47 रायफल, 4 मैग्जीन, एक ग्रेनेड और भारतीय करेंसी बरामद की है।

आईएसआई (ISI) के बैठक के बाद इस्लामाबाद के एक मरकज में राउफ असगर ने जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-E-Mohammed) के बड़े आतंकी मुफ्ती अजघर खान कश्मीरी और क्वारी जरार के साथ बैठक कर आतंकी हमले की रूपरेखा तैयार की है।

पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों ने इलाके की घेराबंदी कर छानबीन शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस ने एक मामला दर्ज कर लिया है और इसकी जांच शुरू कर दी है।

आतंकवादी हाफिज के पास से सुरक्षाबलों ने एक पिस्तौल और सात गोलियां भी जब्त की है, जबकि उसके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर कत्सू जंगल से एक एके-47 रायफल,  दो मैगजीन और 40 गोलियां भी बरामद हुई हैं।

एनआईए ने जम्मू-कश्मीर और दिल्ली सहित अन्य कई बड़े शहरों में आतंकी हमले की साजिश रचने वाले आतंकी संगठनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसी के तहत घाटी में 13 अक्तूबर को भी 16 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई थी।

जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में रविवार को आतंकियों ने दो गैर–कश्मीरी मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी थी और एक अन्य को घायल कर दिया था। 24 घंटे से भी कम समय में गैर–कश्मीरी मजदूरों पर ये तीसरा हमला था।

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहने वाले मोहम्मद अशरफ उर्फ अली अहमद नूरी बांग्लादेश के रास्ते भारत आया था और वह फर्जी डॉक्यूमेंट्स के जरिए भारतीय पहचान पत्र हासिल कर करीब 10 साल से भारत में रह रहा था।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अनुसार, श्रीनगर और बांदीपोरा में आतंकियों (Militants) हमले में 3 नागरिकों की हत्या की कड़ी निंदा करता हूं।

पाकिस्तानी ड्रोन से गिराए गए पैकेट में एक एके असॉल्ट राइफल, तीन मैगजीन, 30 गोलियां और एक टेलीस्कोप बरामद हुआ है।

शुक्रवार सुबह शोपियां के रखमा इलाके में एनकाउंटर शुरू हो गई जिसमें पुलिस और सुरक्षाबलों ने डटकर मोर्चे को संभाला और एक आतंकी (Terrorist) को ढेर कर दिया।

घाटी में आतंकियों के खिलाफ जारी कार्रवाई के बावजूद आतंकी गतिविधियों पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग सकी है। इस आतंकी वारदात से इलाके में काफी गुस्सा है।

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