Tejas Fighter Aircraft

हथियारों के लिए सेनाओं की निर्भरता दूसरे देशों पर कम से कम हो इसके लिए 'मेक इन इंडिया' के तहत मिसाइलों, बंदूकों और अन्य जरूरी उपकरणों का निर्माण हो रहा है।

तेजस (Tejas Fighter Jet) को उड़ान भरने के लिए दूसरे विमानों की तरह ज्यादा जगह की जरूरत नहीं है। यह 500 मीटर से भी कम जगह में उड़ान भर सकता है।

भारतीय वायुसेना को स्वदेशी तेजस हल्के लड़ाकू विमान (Tejas Light Combat Aircraft) की आपूर्ति मार्च, 2024 से शुरू हो जाएगी। कुल 83 विमानों की आपूर्ति होने तक हर साल करीब 16 विमानों की आपूर्ति की जाएगी।

भारतीय वायुसेना पहले की अपेक्षा अब और ज्यादा मजबूत होने वाली है। इसका कारण ये है कि अब भारतीय वायुसेना को 83 लड़ाकू विमान तेजस मिलेंगे।

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