Swami Vivekanand

दुनियाभर को अपना अमर संदेश देने वाले महायोगी स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) की आज जयंती है। विवेकानंद का अभ्युदय उस समय हुआ था जब पूरा भारत परतंत्रता की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था।

भारत से दो लोग धर्म संसद में भेजे गए थे। ब्रह्म समाज की ओर से मजूमदार और थियोसोफिकल सोसायटी की तरफ से श्रीमती ऐनी बेसेंट। लेकिन हिन्दू धर्म की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं था। स्वामी जी हिन्दू धर्म के प्रतिनिधि तो थे लेकिन भारत से बाकायदा नामित करके भेजे गए प्रतिनिधि नहीं, स्वेच्छा से जाने वाले एक आगंतुक अतिथि के समान।

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