Sukhdev

देश 23 मार्च का दिन शहीद दिवस (Shaheed Diwas) के रूप में मनाता है। इसी दिन भगत सिंह (Bhagat Singh) अपने साथियों सुखदेव (Sukhdev) और राजगुरु (Rajguru) के साथ हंसते हुए शहीद हो गए थे।

फांसी से पहले भगत सिंह (Bhagat Singh) करीब 1 साल 350 दिन जेल में रहे थे। लेकिन फांसी से पहले उनके चेहरे पर कोई उदासी नहीं थी। वह खुश थे।

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