वतन की हिफाजत की खातिर दिया बलिदान, पीढ़ियां याद रखेंगी उनके शौर्य की दास्तान
प्रवीण कुमार जम्मू के लेह में तैनात थे। प्रवीण वर्ष 1993 में रांची के बीआरओ के जरिये सेना की सेवा में आए। सेना में यह उनके बेहतरीन काम का ही परिणाम था कि वो प्रोमोशन पाकर नायाब सूबेदार बन गए थे।