RAW

रविंद्र कौशिक  (Ravindra Kaushik) ‘रॉ’ में जासूस बनने से पहले थियेटर करते थे। ‘रॉ’ को उनका अभिनय अपने काम के...

RAW: 'रॉ' पर दुश्मनों की काफी बारीकी नजर होती है। 'रॉ' का जासूस अगर दुश्मन देश में घुसकर जासूसी कर रहा होता है तो किसी को पता नहीं लगता कि वह एक जासूस है।

ऐसे कई मौके आए हैं जब खुफिया विभाग द्वारा सेना को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया हो। जैसे ही सेना अलर्ट हो जाती है दुश्मनों की प्लानिंग भी फेल हो जाती है।

भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (Research and Analysis Wing) यानी रॉ का पूरा दुनिया में बोलबाला है। यह एजेंसी इतना बेहतरीन काम करती है जिसकी मिसालें पेश की जाती हैं।

जासूस छोटे-छोटे सबूतों से जासूस असली खतरे का पता लगाने में माहित होते हैं। इन सब के साथ जासूस के पास गजब के गैजेट्स  होते हैं जो काम आसान बना देते हैं।

1986-87 के दौरान कराची जेल में जरदारी के साथ कुछ महीने बीता चुके हैं। इलाही 60 और 70 के दशक के दौरान पाकिस्तान में जासूसी कर चुके हैं।

सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखकर तीनों राज्यों को अलर्ट किया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक आईएसआई आतंकवादियों के 5 अलग-अलग समूहों को भारत भेजा सकता है।

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