Prashant Bose

खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि नक्सली डागुर सुंडी (Naxali Dagur) टोंटो थाना क्षेत्र के अपने सुंडी साई गांव आने वाला है, जिसके आधार पर पुलिस ने जाल बिछाकर धर दबोचा।

नक्सल नेता प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के खिलाफ नक्सलियों (Naxalites) ने बिहार-झारखंड बंद का आह्वान किया है। इस दौरान नक्सली राज्य में लगातार कई घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

मृतक बोयराम लुगुन पालुहासा जंगल में चल रहे सरकारी काम के तहत एक ठेकेदार के लिए बतौर मुंशी काम कर रहे थे। माओवादियों (Maoists) ने उन्हें जंगल से बंधक बनाकर गोईलकेरा-चाईबासा मार्ग पर ले जाकर गोली मारी।

नक्सलियों की तरफ से झारखंड समेत सभी नक्सल प्रभाविक राज्यों और जिलों में पोस्टर और बैनर्स लगाए जा रहे हैं। जिसमें इन दोनों नक्सली नेताओं को राजनीतिक बंदी का दर्जा दिया गया है।

झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। NIA ने भी नक्सलियों पर शिकंजा कसा है। कई इनामी नक्सली NIA की रडार पर हैं।

ये वही प्रशांत बोस (Prashant Bose) है, जो अपनी युवावस्था में नक्सलवाद को बढ़ावा देने और नए नक्सलियों को पैदा करने के लिए जाना जाता था।

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