Police Encounter

नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाबलों ने एक नक्सली दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष 35 वर्षीय सुखराम कवासी को गिरफ्तार किया है।

ये नक्सली साल 2019 में इन्ड्रीपाल गांव में हुये एनकाउंटर में भी शामिल था,  जिसमें सुरक्षाबलों ने एक नक्सली (Naxali) को मार गिराया था, लेकिन फिर वहां से ये भाग निकलने में सफल रहा था।

महिला नक्सली ललिता तामो और भीमा मरकाम के खिलाफ अप्रैल 2015 में चोलनार गांव के करीब आईईडी विस्फोट कर सुरक्षाबलों के एंटी लैंड माइंस वाहन को उड़ाने की घटना में शामिल होने का आरोप है।

ये पता लगाने की कोशिश हो रही है कि आखिर नक्सलियों की जन अदालत में ऐसी क्या बात हुई कि उन्होंने बिना किसी मांग के ग्रामीणों के साथ सातों नौजवानों को बिना नुकसान पहुंचाये जाने दिया।

सरेंडर करने वाले नक्सलियों (Naxalites) में जोगा मंडावी पर 2015 में दंतेवाडा के चोलनार में आईईडी की मदद से बारुदी सुरंग में विस्फोट करने के मामले में कथित रूप से शामिल होने का आरोप है।

दोनों आरोपी (Naxals associates) बरामद सामान से संबंधित किसी तरह को कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर बयान के आधार पर बीजापुर कोर्ट में पेश किया गया और वहां से जेल भेज दिया गया है।

बस्तर नक्सल ऑपरेशन में एएसपी के सबसे चुनौतीपूर्ण पद पर किसी महिला पुलिस अधिकारी के रूप में पहली बार पोस्टिंग मिलने से अंकिता शर्मा (IPS Ankita Sharma) गौरवान्वित महसूस कर रही हैं।

नक्सलियों (Naxalites) की तलाश में जवानों ने बड़े पैमाने पर सर्च अभियान भी चलाया हुआ है। शुरुआती जांच में पता चला है कि संभवत: कटेकल्याण एरिया कमेटी के नक्सलियों ने ही गोपनिय सैनिक बुधराम की हत्या की है।

सुरक्षाबलों के जवानों ने घटनास्थल से नक्सली का शव और हथियार बरामद किया है। हालांकि मारे गये दोनों नक्सलियों की पहचान खबर लिखे जाने तक नहीं हो पाई है। 

मिलिशिया प्लाटून का स्वयंभू सेक्शन कमाण्डर 32 वर्षीय कोरसा लच्छु और 29 वर्षीय उसकी पत्नी कोरसा अनिता ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।

एडिशनल मजिस्ट्रेट (Additional Magistrate) ने लोगों से 5-6 मई को शोपियां के कानिगाम में आतंकवाद-निरोधक अभियान के तहत की जा रही सुरक्षाबलों की कार्रवाई की जानकारी देने की गुजारिश की है।

एसपी के अनुसार, इस मुठभेड़ में कुछ नक्सली भी घायल हुये हैं, जिन्हें उनके साथी अपने साथ भगा ले गये। जिनकी तलाश में आसपास के इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

सुकमा में भी कोबरा 206, एसटीएफ, डीआरजी व जिला बल की ज्वाइंट ऑपरेशन में बंदूक के साथ दो माओवादियों (Maoists) को गिरफ्तार किया गया है।

लिस अधिकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम  इरकभट्टी जंगल की ओर सर्च अभियान पर निकली हुई थी, तभी चारों नक्सली पुलिस को देखकर भागने लगे। जिन्हें सुरक्षाबल के जवानों ने घेराबंदी कर पकड़ लिया।

ये नक्सली साधु पिछले साल 11 सितंबर को जैगुर में रेंजर रथराम पटेल की हत्या में शामिल था। शहीद रेंजर रथराम इंद्रावती टाइगर रिजर्व के भैरमगढ़ अभयारण्य में ड्यूटी पर तैनात थे।

एसपी ने घटना की पुष्टि करते हुये बताया कि हमारे जवानों के हाथ बड़ी सफलता लगी है। एनकाउंटर के बाद की छानबीन के दौरान सुरक्षाबलों को बड़ी संख्या में हथियार और गोलाबारूद हाथ लगा है।

शुरुआत में छह आतंकवादियों (Terrorists) के शव बरामद हुए थे और दो अन्य शव दूरस्थ इलाके में तलाश अभियान के दौरान बाद में मिले। ऐसा संदेह है कि ये शव संगठन के दो शीर्ष नेताओं के हैं।

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