PoK

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ शब्दों में कहा है कि गिलगित-बाल्टिस्तान (Gilgit-Baltistan) सहित पूरा पीओके (PoK) भारत का अभिन्न अंग है। दरअसल, गिलगित बाल्टिस्तान कूटनीति काफी महत्वपूर्ण हिस्सा है।

उस अंधेरी रात में जल्द ही फुरकान उसकी आंखों से दूर हो गया। ऋषभ के दिल में किसी अनहोनी का अंदेशा अब भी था। लाइन ऑफ कंट्रोल पर Indian Army हमेशा मुस्तैद थी। ऐसे में रात को किसी भी तरह की हरकत होती देख कर उनका कार्रवाई करना लाज़िमी था।

भारत सरकार ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है और उसे जल्द से जल्द इसे खाली कर देना चाहिए। बता दें कि राष्ट्रपति अल्वी ने पिछले महीने एक कार्यवाहक सरकार बनाने और पाकिस्तान के चुनाव अधिनियम 2017 के गिलगित-बाल्टिस्तान में विस्तार के लिए एक आदेश जारी किया था।

वो अक्सर इम्तियाज़ को दिया हुआ ईमेल चेक करता है। उसे पता है कि इम्तियाज़ शहीद हो चुका है, पर फिर भी उसके दिल में कहीं एक छोटी सी उम्मीद है और उस छोटी सी उम्मीद के साथ-साथ एक बहुत बड़ा बोझ भी।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में पुंछ जिले के बालाकोट सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन (Ceasefire Violation) किया। पाकिस्तान सेना ने बालाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर गोलीबारी की।

आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रूख को देखकर पाकिस्तान (Pakistan) घबरा गया है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तानी आर्मी (Pakistani Army) फायरिंग की आड़ में BAT एक्शन को अंजाम देने की फिराक में है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के हाल के एक भाषण में साफ तौर पर PoK (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) को लेकर भारत का डर दिखाई दिया। इस भाषण में उन्होंने कहा कि उनकी सेना भारत से मुकाबले के लिए तैयार है।

पाकिस्तानी सेना और आतंकी संगठनों ने जेकेएलएफ (JKLF) को आगे कर PoK के लोगों को भड़का कर एलओसी मार्च का प्लान बनाया है। इसके लिए पूरे गुलाम कश्मीर में पोस्टर लगाए गए हैं।

पाकिस्‍तान से आजादी की मांग जोर पकड़ने लगी है। यही वजह है कि पाकिस्तान ने वहां रहने वाले लोगों पर तमाम तरह की पाबंदियां लगा रखी हैं।

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान लगातार अपने सैनिक और आतंकियों को कश्मीर में घुसपैठ कराने की कोशिश में जुटा है।

भारत सरकार के दूसरे कार्यकाल में विदेश मंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत 'पड़ोस प्रथम' की नीति को आगे बढ़ा रहा है।

पाकिस्तान को किसा भी देश का साथ तो नहीं मिला, उपर से अब पीओके (PoK) को लेकर भी बातों शुरू हो गई हैं। ताजा मामले में कश्मीर मामले पर ब्रिटेन के सबसे मुखर सांसदों में से एक बॉब ब्लैकमैन ने पाकिस्तान से पीओके को छोड़ने का आह्वान किया है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीओके को भारत में शामिल करने की बात सिर्फ वो या सिर्फ उनकी पार्टी बीजेपी नहीं कह रही है, बल्कि ये भारत की संसद द्वारा पास प्रस्ताव है।

पाकिस्तानी सेना और सरकार की ज्यादती के खिलाफ पीओके में एक बार फिर लोग सड़कों पर उतरे हैं। पीओके के तत्तापानी इलाके में आज पाकिस्तानी सरकार, सेना के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हुए।

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