पं. दीनदयाल उपाध्याय जयंती: महान राष्ट्रवादी विचारक और संघर्षशील आत्मा, जिन्होंने अपनी पूरी जिन्दगी समाज के लोगों को ही समर्पित कर दी
भारत के इस वीर महापुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय (Pandit Deendayal Upadhyay) की मृत्यु भी एक रहस्य बन कर रह गई। दिल्ली से हावड़ा की रेल यात्रा के दौरान मुगलसराय रेलवे स्टेशन के पास संदिग्ध अवस्था में इनका मृत शरीर मिला।
देश की आधुनिक विचारधारा के जनक, पं. दीनदयाल थे जनसंघ के शिल्पकार
Pandit Deendayal Upadhyay Birth Anniversary: कहते हैं कि सोना, आग में तपकर कुन्दन बनता है अर्थात सोना तप कर ही...