Pakistan Army

ड्रोन पोस्ट से उड़ने वाला जो ड्रोन भारतीय सीमा में दाखिल होगा‚ उसके जरिए पाक न सिर्फ पैसे कमाने की तैयारी में है‚ बल्कि भारत में फिर से दहशत फैलाने की कोशिश की भी रणनीति बनाई है।

एक तरफ खुद को आतंक पीडित बताकर पाकिस्तान एफएटीएफ से बचता आ रहा है। ये पूरी तैयारी पाकिस्तानी हुकूमत ने आईएसआई और सेना के साथ मिलकर की है।

आईएसआई और पाक सेना चीन से भारी संख्या में ‘हाई एल्टीट्यूड सामान' की खरीदारी भी कर रही है ताकि आने वाले दिनों में बर्फीले पहाड़ों से हाई एल्टीट्यूड़ ड्रेस पहनाकर आतंकी भारतीय सीमा में भेजे जा सकें।

सीमा सुरक्षा बलों (BSF) के जवानों ने पाकिस्तान की इस गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तान की गोलीबारी में किसी के हताहत या किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

अवंतीपोरा पुलिस ने एक और बड़ा कारनामा कर दिखाया है। जवानों ने एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया साथ ही आतंकियों (Militants) के 7 सहयोगियों को भी हिरासत में लिया है। 

मुजफ्फराबाद में आईएसआई (ISI) ने अपनी अध्यक्षता में एक बैठक की थी‚ जिसमें बड़े–बड़े आतंकवादी संगठन के नेता शामिल हुए थे। हिज़बुल मुजाहिदीन‚ लश्कर–ए–तैयबा‚ जैश-ए-मोहम्मद के कई बड़े कमांडर इसका हिस्सा बने थे।

नवाज के प्रवक्ता के मुताबिक, पाकिस्तान कश्मीर को हमेशा विवादित क्षेत्र मानता आया है लेकिन कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) के बयान से ऐसा लग रहा है कि उन्होंने पाकिस्तान के रुख से यू-टर्न मार लिया है।

आरएसपुरा के एक अग्रिम गांव कोरोटाना के युवा किसान रोहित चौधरी का कहना है कि पाकिस्तान (Pakistan) की कथनी और करनी में हमेशा से विरोधाभास रहा है।

ये तीनों लश्कर-ए-तैयबा (LeT) कमांडर मो. यूसुफ डार उर्फ कांटरू और अबरार नदीम भट के भी संपर्क में थे। इनके पास से गोला बारूद और लश्कर-ए-तैयबा के पोस्टरों के अलावा कुछ और आपत्तिजनक सामग्री जब्त हुई हैं।

पाक नागरिक बॉर्डर के बाड को पार करने के की कोशिश कर रहा था। उसे रुक जाने की चेतावनी दी गई लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया। उसके बाद, उस पर गोली चलाई गई जिसके कारण वह थोड़ा घायल हो गया

ऐसी ही घटना 1 जुलाई, 2020 को सोपोर में भी घटी थी। जहां आतंकवादियों (Militants) ने एक मस्जिद की आड़ में सीआरपीएफ टीम फायरिंग की थी, जिसमें एक जवान शहीद और एक नागरिक की मौत हो गई थी।

शाहिद नावेद की गिरफ्तारी से पहले उसके एक अन्य सहयोगी शेर अली को भी तब गिरफ्तार किया गया था, जब वह कुवैत सरकार द्वारा डीपोर्ट किए जाने के बाद भारत पहुंचा था।

लेह में बढ़ते भारतीय सैन्य ताकत को देखते हुए चीन के इशारे पर लेह के दूसरी ओर गिलगित–बाल्टिस्तान में स्कर्दू तक पहुंचने के लिए चीन की तकनीक की मदद से पाकिस्तान पुरानी सड़कों की जल्द से जल्द मरम्मत करने में जुटा है।

इस सीजन में घुसपैठ के लिए लॉन्च पैड और उसके आसपास के इलाकों में आतंकी‚ उनके गाइड और पोर्टर्स की हरकतें तेज हो गई हैं। ये लोग घुसपैठ के लिए लगातार रेकी करते नजर आ रहे हैं।

खुफिया सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी सेना जेल से भी आतंकी बनाने का दांव खेल रही है। पाक जेल में बंद मुजरिम की सजा माफ करना और रिहाई का आश्वासन देते हुए पैसे का भी लालच दिया जा रहा है।

जनरल बाजवा के मुताबिक, पूर्व और पश्चिम एशिया के बीच संपर्क सुनिश्चित करके ‘‘मध्य और दक्षिण एशिया की क्षमता को खोलने के लिए’’ भारत और पाकिस्तान के बीच शांति का माहौल होना बहुत आवश्यक है।

इस घटना के बाद मृतक के शव को कब्जे में ले लिया गया है। जिसके पास से पाकिस्तानी मुद्रा के 200 रुपये मिले हैं। वहीं ऐसा माना जा रहा है कि मारे गये घुसपैठिये की मानसिक हालत ठीक नहीं थी।

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