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भारत पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Attack) के मामले में औपचारिक रूप से पाकिस्तान से पूछताछ करेगा। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले में शामिल आतंकवादियों का पाकिस्तान से ब्योरा मांगेगा।

टीपीसी (TPC) के उग्रवादियों द्वारा लगातार लेवी की मांग और अन्य नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। टीपीसी के उग्रवादियों में कोई खौफ नहीं है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हिजबुल मुजाहिदीन (HM) से जुड़े नार्को-टेरर केस में दस आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। यह चार्जशीट 14000 पन्नों की है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने घाटी की सुरक्षाव्यवस्था के मद्देनजर कश्मीर (Kashmir) के कुछ अलगाववादियों (Separatists) को रडार पर ले लिया है। दरअसल, इस बात का खुलासा हुआ है कि अलगाववादी आतंकी संगठनों की स्थानीय भर्तियों के लिए दस्तावेजों की व्यवस्था कर रहे हैं।

पकड़े गए आतंकियों (terrorists) में एक का नाम शोएब है, वह मूल रूप से केरल का निवासी है। दूसरा आतंकी मूल रूप से यूपी का बताया जा रहा है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने विशाखापत्तनम जासूसी मामले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के लिए जासूसी करने और उसके लिए काम करने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया है।

NIA के एक अधिकारी के मुताबिक, ये कार्रवाई गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत की जा रही है। इसमें अचल संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया गया है।

एनआईए के अधिकारी के मुताबिक, इस शख्स का नाम राजकभाई कुम्भर है और वह गुजरात के पश्चिमी कच्छ का निवासी है। वह ISI एजेंट है।

पुलवामा में पिछले साल फरवरी में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले (Pulwama Attack) में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों (Terrorists) ने हमले का वीडियो बनाने की भी योजना बनाई थी।

जैश-ए-मोहम्मद, अल-कायदा और तालिबान ने मिलकर पुलवामा हमले (Pulwama Attack) की साजिश रची थी। इस बात का खुलासा एनआइए (NIA) द्वारा दायर किए गए आरोप पत्र से हुआ है।

पुलवामा हमले (Pulwama Attack) में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency)ने चार्जशीट दायर कर दी है। यह चार्जशीट 13,500 पन्नों की है। इस चार्जशीट में एनआईए (NIA) ने 13 लोगों को आरोपी बनाया है।

टीपीसी के कई उग्रवादी देखते ही देखते अमीर बन गए हैं। इन लोगों का साथ परियोजना के कुछ आला अधिकारी और ट्रांसपोटर्स दे रहे हैं। ये सभी NIA के रडार में हैं।

NIA के एक प्रवक्ता ने बताया कि एजेंसी ने 28 जुलाई को दंतेवाड़ा के रहने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया है।

टेरर फंडिंग केस में एनआइए अबतक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, इस मामले में अबतक दिनेश गोप की तलाश पुलिस को है।

गिरिडीह से एनआईए (NIA) ने भाकपा माओवादियों से जुड़े टेरर फंडिंग (Terror Funding) केस में 25 लाख के इनामी नक्सली सुनील मांझी उर्फ सुनील सोरेन को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सली सुनील भाकपा माओवादी की झारखंड-बिहार स्पेशल एरिया कमेटी ( सैक) का सदस्य है।

झारखंड (Jharkhand) के रांची में नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ कामयाबी हाथ लगी है। एनआईए (NIA) ने टेरर फंडिंग (Terror Funding) मामले में 14 जुलाई को बड़ी कार्रवाई करते हुए गुमला जिले से पीएलएफआई (PLFI) नक्सली फुलेश्वर गोप को गिरफ्तार किया है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने संदिग्ध आतंकी तानिया प्रवीण को कोलकाता में हिरासत में ले लिया। बता दें कि तानिया को कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने इसी साल 18 मार्च को गिरफ्तार किया था।

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