Naxalites

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नक्सली (Naxalites) युवाओं को संगठन की ओर आकर्षित करने के लिए नक्सली यूनीफॉर्म और अपने हथियारों का इस्तेमाल करते हैं।

ये हमला इतना हृदयविदारक था कि खुद देश के गृहमंत्री को अपना चुनावी दौरा बीच में छोड़कर दिल्ली जाना पड़ा। इस घटना से आहत गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलियों (Naxalites) के इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की।

नक्सली की पहचान वेट्टी हंगा के रूप में हुई है। गोलीबारी गादम और जंगमपाल के जंगलों के बीच हुई। गोलीबारी में कई नक्सलियों (Naxalites) के मारे जाने की खबर है।

नक्सली (Naxalites) बिहार और झारखंड के सीमांचल क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के बीजापुर जैसी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।

नक्सलियों पर नकेल कसने में सबसे आगे DRG (District Reserve Guard) के जवान होते हैं। ये एक ऐसी फौज है, जिसे नक्सलियों को धूल चटाने के लिए ही बनाया गया था।

भारत की आंतरिक सुरक्षा को बनाए रखना कोई आसान काम नहीं हैं। तेर्रम के जंगलों में हुई नक्सली मुठभेड़ में CRPF, DRG और STF के 22 जवान शहीद हो गए।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर 3 अप्रैल को हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) में हमारे 22 जनाव शहीद हो गए और 31 जवान घायल हो गए थे। इसके अलावा, नक्सलियों (Naxalites) ने इस दौरान CRPF के एक जवान को अगवा कर लिया था।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर में 3 अप्रैल को हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) में हमारे 22 जवान शहीद हो गए थे। कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) राकेश्वर सिंह ((Rakeshwar Singh Manhas) हमले के बाद से ही लापता थे।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नक्सली (Naxalites) युवाओं को संगठन की ओर आकर्षित करने के लिए नक्सली यूनीफॉर्म और अपने हथियारों का इस्तेमाल करते हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)  के बीजापुर में 3 अप्रैल को हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) में 22 जवान शहीद हो गए। इस हमले ने पूरे देश को दहला कर रख दिया है।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा बॉर्डर के पास हुए नक्सली (Naxalites) हमले में 24 जवान शहीद हो चुके हैं और एक जवान लापता है।

डीजी कुलदीप सिंह ने कहा है कि इस नक्सली हमले में 28 नक्सली (Naxalites) मारे गए हैं और ये संख्या बढ़ भी सकती है। इस नक्सली हमले में 24 जवान भी शहीद हुए हैं।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर शनिवार को नक्सलियों (Naxalites) से हुई मुठभेड़ के बाद लापता सुरक्षाबल का एक जवान नक्सलियों के कब्जे में है।

शहीद बब्लू पिछली वर्ष दिसंबर में घर आये थे, तब उन्होंने अपने सपनों का आशियाना बनवाने का काम शुरू करवाया था, ऐसे में उनके चले जाने के बाद वो काम भी अधूरा रह गया।

Bijapur-Sukma Encounter: देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में जवानों की शहादत गहरे दुख की बात है।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले (Sukma) के बॉर्डर पर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच शनिवार को भीषण मुठभेड़ हुई है।

मिली जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों (Naxalites) के बड़े प्लान को ध्यान में रखते हुए सुरक्षाबलों के 2 हजार जवान इस नक्सल ऑपरेशन में शामिल हुए थे।

यह भी पढ़ें