Naxalites

हमारे बुद्धिजीवी और मीडिया कहता है कि ऐसे हमलों के पीछे हमलावरों (Naxalites) का अलग नजरिया और जमीनी कारण हो सकते हैं। सामाजिक और आर्थिक कारण हो सकते हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा (Sukma) जिले में नक्सलियों (Naxalites) ने एक बार फिर नापाक हरकत की है। जिले में नक्सलियों (Naxals) ने दो युवकों की हत्या (Murder) कर दी है।

खबर है कि जवानों को इनपुट मिला था कि मौके पर नक्सली (Naxalites) मौजूद हैं। जिसके बाद जवान जब ऑपरेशन पर निकले तो नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी।

एसपी कमलोचन कश्यप ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि सोमवार को थाना जांगला से जिला बल और केरिपु 222 की ज्वाइंट फोर्स बड़ेतुंगाली गई थी।

दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अरनपुर थाना क्षेत्र के नीलवाया गांव के जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई।

मिली जानकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों के हौसले देखकर नक्सली (Naxalites) भाग खड़े हुए हैं और अपना सामान कैंप में ही छोड़ गए हैं।

झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। ताजा मामला चतरा जिले का है। यहां पुलिस ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम किया है।

जिला पुलिस और राज्य एसटीएफ के संयुक्त अभियान में ये कामयाबी मिली है। पुलिस गिरफ्त में आई ये कुख्यात महिला नक्सली कई बार पुलिस मुठभेड़ में शामिल रही है।

सशस्त्र सीमा बल को यहां बड़ी सफलता मिली है। यहां कई कांडों में शामिल नक्सली (Naxalite) अखिलेश यादव को गिरफ्तार किया गया है।

Naxalites: आज भी इस घटना को याद करके लोगों की रूह कांप जाती है। क्योंकि इससे पहले एक साथ इतने लोगों की हत्या इस क्षेत्र में नहीं हुई थी।

जम्मू-कश्मीर में जिस तरह आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट जारी है, उसी तरह नक्सलियों (Naxalites) को खत्म करने की भी रणनीति बनाई जा रही है।

पुलिस टीम को  अभी तक यह जानकारी नहीं मिली है कि कंपनी कमांडर कुबेर सिंह (Company Commander) ने आखिर सुसाइड जैसा बड़ा कदम क्यों उठाया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा बॉर्डर के पास 3 अप्रैल 2021 को हुए नक्सली (Naxalites) हमले में 22 जवान शहीद हुए थे। ऐसे में कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

Naxalites: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान जारी है। बस्तर में बड़े पैमाने पर नक्सल अभियान चलाए जा रहे हैं।

झारखंड (Jharkhand) के पलामू जिले में प्रतिबंधित संगठन जेजेएमपी के नक्सलियों (Naxalites) ने झारखंड-बिहार राज्य के सीमाई इलाके में स्थित एकौनी गांव के पूजा ईंट भट्टा पर 10 अप्रैल की रात जमकर उत्पात मचाया।

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, छत्तीसगढ़ और झारखंड, माओवादियों (Maoists) को रोकने के लिए अभी भी लगातार संघर्ष कर रहे हैं।

उनकी शहादत की खबर सुनकर पूरे घर में मातम छा गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बता दें कि दीपक भारद्वाज (Deepak Bhardwaj) उप निरीक्षक के पद पर तैनात थे।

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