Naxalism

ये मामला भाकपा (माओवादी) के स्थापना दिवस के प्रोग्राम व ध्वजारोहण, हथियारों की ट्रेनिंग सहित ट्रेनिंग कैंप आयोजित करने और भारत की एकता, अखंडता व सुरक्षा को खतरे में डालने वाली राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने से जुड़ा हुआ है।

मुठभेड़ में मारा गये नक्सली की पहचान 5 लाख रुपये के इनामी रमशु के तौर पर हुई है। जो कि संगठन के प्लाटुन नंबर 19 का सेक्शन कमांडर था। इसके पास से जवानों ने एक पिस्टल और कुछ विस्फोटक भी जब्त किया है।

मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की छानबीन के दौरान डीआरजी के जवानों ने एक 12 बोर की बंदूक, दो देसी रिवाल्वर, एक मज्जल लोडिंग गन, दो आईईडी, तार, दवाएं, माओवादी साहित्य और अन्य दैनिक इस्तेमाल की वस्तुएं बरामद की हैं।

समर्पण करने वाले नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ जिले के कई थानों में सड़क छतिग्रस्त करने, आइईडी विस्फोटक लगाने, बैनर पोस्टर लगाने, पुलिस टीम पर हमला करने व हथियार लूटने और स्कूल परिसर में तोड़-फोड़ करने जैसे कई मामले दर्ज हैं।

गिरफ्तार नक्सली मरकाम (Naxali Markam) पर छत्तीसगढ़ सरकार ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। गिरफ्तार नक्सली बुर्कापाल की घटना में शामिल था, जिसमें 25 जवान शहीद हुए थे।

दोनों नक्सली पिछले दो सालों के दौरान कथित तौर पर तीन एनकाउंटर में शामिल रहे हैं। गिरफ्तार नक्सलियों पर प्रशासन ने पहले से ही दो-दो लाख का इनाम घोषित कर रखा है।

ओडिशा व पश्चिम बंगाल की सीमा पर इन माओवादियों (Maoists) के सहयोग से पुलिस को सर्च ऑपरेशन चलाने में सफलताएं मिल रही हैं।

नक्सली मगरू कुछ महीने पहले गढ़चिरौली जिले के बर्गी में सशस्त्र पुलिस चौकी पर हमले और उप-सरपंच रामा तलंदी की हत्या में भी शामिल था।

नक्सली अक्कीराजू (Naxali Akkiraju) माओवादियों के आंध्र-उड़ीसा बॉर्डर स्टेट कमेटी का सचिव रह चुका है। छत्तीसगढ़ से लगी आंध्र प्रदेश और उड़ीसा की सीमा पर नक्सल गतिविधियों की निगरानी कर रहा था।

सोमवार दोपहर अचानक नैरो पहाड़ी में सुरक्षाबलों की घेराबंदी देख आसपास इलाके में डर व्याप्त हो गया। स्थानीय लोग किसी बड़ी घटना को लेकर चिंतित हो गये थे।

दो महिला नक्सलियों (Naxalites) सहित कुल 11 नक्सलियों (Naxalites) ने सरेंडर किया है। इन सभी ने माओवादियों की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार, शोषण, अत्याचार और अमानवीय कार्यों से तंग आकर ये फैसला लिया है।

सरेंडर करने वाले नक्सलियों (Naxalites) को प्रशासन की पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि और अन्य सुविधाएं दी जाएगी।

फरार कैदी कृष्ण मोहन झा शंख जोन का पूर्व नक्सली जोनल कमांडर (Naxali Zonal Commander) रह चुका है। वह अभय जी उर्फ विकास जी के नाम से भी जाना जाता है।

पुलिस को पूछताछ में गिरफ्तार नक्सली (Naxali) से कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। जिससे जिले के नक्सली गतिविधियों के रोकथाम और शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव सम्पन्न कराने में सहायता मिलेगी।

नक्सली (Naxalites) मौके से भागने में सफल रहे। हालांकि इस दौरान सुरक्षाबलों ने मौका-ए-वारदात से एक बन्दूक, छह कारतूस, चार डेटोनेटर, दो वॉकी-टॉकी रेडियो सेट, वर्दी और पोस्टर जब्त किए गए।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। इसके नतीजे भी सामने आ रहे हैं। बीते 5 साल में 2.13 करोड़ रुपए के 33 इनामी नक्सलियों ने दंतेवाड़ा पुलिस के सामने सरेंडर किया है।

एसपी लिंडा के निर्देश पर छापेमारी टीम आनंदपुर थाना काहेतर के बोरोतिका भुईया टोला में छापेमारी की। जहां पर एक निर्माणाधिन मकान से 3 लोगों को अवैध हथियारों के साथ पकड़ा।

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