Naxalism

गिरफ्तार नक्सली कामता यादव (Naxali Kamta Yadav) के खिलाफ कांड संख्या 10/2006 और 20/2010 जिले में दर्ज है। इस अभियान को एसएसबी (सहायक) अभिषेक कुमार की निगरानी में की गई।

मुठभेड़ के बाद घटनास्थल के सर्च ऑपरेशन के दौरानएक नक्सली का शव, एक पिस्टल, पांच किलोग्राम वजनी बारूदी सुरंग, एक नक्सली वर्दी और अन्य सामान बरामद किया गया।

पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा के मुताबिक, रविवार को हुई मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से हथियार भी बरामद किए गए थे। इस दौरान सुरक्षाबलों को घटनास्थल से चूड़ियों के टूकड़े भी मिली हैं।

हथौड़ी थानाक्षेत्र के तहत आने वाले डीहजीवर गांव से इस कुख्यात नक्सली को धर दबोचा है। नक्सली मिथिलेश (Naxalite Mithilesh) के खिलाफ हथोड़ी व बोचहां थाने में करीब पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं।

पिछले कुछ महीनों में जिले में प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे पुना नर्कोम अभियान के तहत इनामी सहित करीब 200 नक्सलियों ने हिंसा छोड़ मुख्य धारा में लौट चुके हैं।

नक्सलियों के इस हमले में सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट विभोर सिंह, रेडियो ऑपरेटर सुरेंद्र कुमार और हवलदार सुमन पांडे घायल हो गये।

पुलिस टीम ने घटनास्थल से एक नक्सली पर्चा भी बरामद किया है जिसमें नक्सलियों (Naxalites) ने जवान की हत्या की जानकारी दी है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर अपनी छानबीन शुरू कर दी है।

नक्सली उमेश पिछले कई सालों से नक्सलियों के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाले बूढ़ापहाड़ के इलाके में सक्रिय था। इसके खिलाफ कई थानों में लूट, हत्या का प्रयास, पुलिस टीम पर हमला, निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने सहित दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। 

गिरफ्तार नक्सली ने ही पिछले महीने जनवरी के अंतिम सप्ताह में नक्सल प्रतिरोध सप्ताह के दौरान गिरिडीह में कई नक्सल घटनाओं को अपने साथियों के साथ अंजाम दिया था।

नक्सल सहयोगियों (Naxal Associates) के पास से 10 बंडल कॉर्डेक्स तार व अन्य सामान बरामद की गई है। कॉर्डेक्स तार से ही बैरल ग्रेनेड, लांचर, हैंड ग्रेनेड और आईईडी सहित अन्य विस्फोटक सामान बनाया जाता है।

पुलिसिया छानबीन में गिरफ्तार नक्सली ने कई अपराधों में शामिल होने की बात स्वीकार की है, साथ ही प्रतिबंधित संगठन से जुड़ी कई अहम जानकारियां भी पुलिस से साझा की हैं।

एक पुलिया के निर्माण कार्य के दौरान ही ग्रामीणों की वेषभूषा में आये कुछ नक्सलियों (Naxalites) ने वहां काम पर लगे इंजीनियर अशोक पवार और राज मिस्त्री को अगवा कर लिया।

25 वर्षीय नक्सली मंगलू पोयाम (Naxalite) ने शनिवार को पुलिस के सामने हथियार डाल दिये। उसने नक्सलियों की खोखली विचारधारा और प्रशासन द्वारा दिये जा रहे पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर हिंसा का रास्ता छोड़ा है।

मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्हें पहले भी ऐसी धमकियां मिलती रही हैं। लेकिन गढ़चिरौली का संरक्षक मंत्री होने के नाते जिले की देखभाल करना मेरा कर्तव्य है। हमारा उद्देश्य जिले का सर्वांगीण विकास करना व इसे मुख्यधारा में लाना है।

नक्सली बुधराम (Naxalite Budhram) ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पिछले 7 जनवरी को बाक्साइट की खदान पर काम में लगी 27 वाहनों को जला कर राख कर दिया था।

रात के अंधेरे में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच करीब 100 राउंड की फायरिंग हुई, लेकिन सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख सभी नक्सली घटनास्थल से फरार होने में सफल रहे।

सभी नक्सलियों ने दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी और सीआरपीएफ के डीआईजी विनय कुमार सिंह की मौजूदगी में अपने हथियार डाल दिये इनके खिलाफ जवानों के खिलाफ हमले सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

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