Naxal Attack

झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election 2019) के दौरान दहशत फैलाने की मंशा से नक्सलियों (Naxals) ने 7 दिसंबर की शाम खूंटी के अड़की और पश्चिमी सिंहभूम के गोइलकेरा में चुनाव संपन्न कराकर लौट रही पोलिंग पार्टियों पर हमला कर दिया।

झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची के बाहरी क्षेत्र में 8 नवंबर को आईईडी विस्फोट में दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।

साल 2013 में इसरार खान बीएसएफ (BSF) में भर्ती हुए और उनकी पहली पोस्टिंग बंगाल के मालदा में हुई। उसके बाद साल 2017 में इनकी पोस्टिंग छत्तीसगढ़ में हो गई।

झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Elections) के प्रथम चरण के चुनाव के ठीक पहले 22 नवंबर को बड़ा नक्सली हमला हुआ था।

छत्तीसगढ़ के दरभा वैली में कांग्रेस नेताओं तथा कार्यकर्ताओं के काफिले पर 2013 में हमला करने के मामले में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने सुमित्रा पूनम को गिरफ्तार किया है।

खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट किया है कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित धमतरी जिले में नक्सली कोई बड़ी वारदात की फिराक में हैं। इस सूचना के बाद नक्सल प्रभावित 7 थानों को अलर्ट कर दिया गया है।

छत्तीसगढ़ में फिर से लाल आतंक ने कहर बरपाया है। कांकेर जिले में नक्सलियों ने धमाका करके एक तेल टैंकर को उड़ा दिया। इस नक्सली हमले में तीन लोगों की मौत हो गई।

बिहार के लखीसराय में नक्सली संगठन ने दो दिन के बंद का ऐलान किया है। नक्सलियों की इस घोषणा के बाद से जिले की पुलिस अलर्ट हो गई है। पुलिस ने सभी छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

कमांडोज फॉर रेलवे सिक्योरिटी (CORAS) इसी साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लॉन्च हुआ है। रेलवे ने बेहतर सुरक्षा और संपत्तियों के संरक्षण के लिए इन कमांडोज को देश के अलग-अलग इलाकों में ट्रेनिंग दी गई है।

छत्तीसगढ़ में एक बार फिर नक्सलियों ने अपने नापाक इरादे को अंजाम दिया है। 31 जुलाई की सुबह बस्तर के पुशपाल में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया।

सुकमा जिले में पुलिस कैंप पर बड़े नक्सली हमले की आशंका के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, सुकमा जिले के भेज्जी के एलाड़मड़गु कैंप के आसपास बड़ी संख्या में नक्सली संदिग्ध गतिविधि करते हुए देखे गए हैं।

नक्सली हमले का शिकार होने से बाल-बाल बच गए सुरक्षाबल के जवान। नक्सलियों ने जवानों के रास्ते में कई आईईडी प्लांट किए थे।

छह बाइक से आये 10-12 की संख्या में नक्सलियों ने पुलिसकर्मियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी।

जहीर हार्डकोर नक्सली है। वह पताही थाना क्षेत्र के डुमरी बैजू का रहने वाला है। उसके खिलाफ पूर्वी-चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर जिले के कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं।

सुरक्षाबलों के पहुंचने पर सुबह करीब 3:30 बजे नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षाबलों की तरफ से भी जवाई फायरिंग की गई। इस मुठभेड़ में करीब 5 नक्सलियों के घायल होने की खबर है।

डीआरजी और पुलिस के जवान किरंदुल थाना क्षेत्र में हिलोरी के जंगलों में सर्च ऑपरेशन पर निकले थे। इसी दौरान उनका सामना नक्सलियों से हो गया। नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाब में जवानों ने भी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया।

इन नक्सलियों ने 9 जुलाई, 2018 को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कांकेर स्थित मारबेड़ा कैंप पर आईडी ब्लास्ट किया था। इस हमले में दो जवान शहीद हो गए थे।

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